चीन में घातक कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 1,000 के पार पहुंच गई है और इसके अभी तक 42,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि सोमवार (10 फरवरी) को इससे 108 और लोगों की जान चली गई और 2,478 नए मामले सामने आए।
आयोग के अनुसार इससे अब तक कुल 1,016 लोगों की जान जा चुकी है और कुल 42,638 मामलों की पुष्टि हुई है। उसने बताया कि शनिवार (8 फरवरी) को जिन 108 लोगों की जान गई उनमें से 103 हुबेई प्रांत के थे, जहां इस विषाणु के कारण सबसे अधिक लोग मारे गए हैं। इसके अलावा बीजिंग, तिआंजिन, हीलोंगजियांग, अनहुइ और हेनान में इससे एक-एक व्यक्ति की जान गई है।
वहीं कुल 3,996 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है। उसने बताया कि सोमवार को 849 मरीज गंभीर रूप से बीमार हो गए, 7,333 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है और 21,675 लोगों के इससे संक्रमित होने की आशंका है। हांगकांग में सोमवार (10 फरवरी) तक इसके 42 मामले सामने आ चुके थे, जहां इससे एक व्यक्ति की जान भी जा चुकी है। मकाउ में 10 और ताइवान में इसके 18 मामले सामने आए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूचओ) के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम भी सोमवार (10 फरवरी) रात चीन पहुंची जो कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने में चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद करेगी। कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है, लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं। इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है, लेकिन ‘सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोमट (सार्स) ऐसा कोरोना वायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी।