चीन में कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बुखार के लक्षण वाले मरीज खुद अस्पताल पहुंचकर स्वास्थ्य जांच कराएं। प्रशासन ने लोगों को जांच के लिए प्रोत्साहित करने के लिए खुद जांच के लिए अस्पताल पहुंचने वालों को 1000 युआन इनाम देने की घोषणा की है।
बताया जाता है कि हुबेई प्रांत के प्रशासन ने इस तरह की पहल यह देखने के बाद किया है कि एक करोड़ से अधिक की आबादी वाले शहर वुहान की सड़कों पर इन दिनों चहल-पहल नहीं है और यह कुछ हद तक सुनसान नजर आता है। वायरस की चपेट में आने की आशंका के मद्देनजर लोग अपने घरों में दुबके हैं और वे बाहर नहीं निकल रहे।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, हुबेई प्रांत प्रशासन ने कहा कि जिन निवासियों को बुखार के लक्षण दिखे, वह तुरंत अस्पताल पहुंचकर जांच करवाएं। जो निवासी खुद अस्पताल पहुंचकर जांच करवाएंगे, उन्हें 1000 युआन की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
इस बीच चीन के कॉमर्स मिनिस्ट्री ने कहा कि 21 देशों और एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन द्वारा दान की गई 70 लाख मेडिकल मास्क, तीन लाख प्रोटेक्टिव सूट और दो लाख चश्मे (गॉगल्स) चीन पहुंच चुके हैं और जल्द ही इसे लोगों को वितरित किया जाएगा।
उधर बीजिंग प्रशासन ने आम लोगों के एन95 मास्क लगाने पर पाबंदी लगा दी है। इसी तरह का फैसला पूवीर् प्रांत के झेजियांग प्रांत में लागू की गई है। इसका मकसद यह है कि एन95 मास्क उन मेडिकल प्रेफेशनल को मिले, जो इस महामारी से ग्रस्त लोगों के इलाज में लगे हुए हैं।
चीन में कोरोना वायरस महामारी से अब तक 811 लोगों की मौत हो चुकी है और 37,198 लोग संक्रमित हैं। जबकि 2003 में सार्स के फैलाव के दौरान दुनियाभर में 774 लोगों की मौत हुई थी और 8437 लोग संक्रमित हुए थे। सार्स का फैलाव भी चीन से ही हुआ था। यह दक्षिणी प्रांत गुआंझो से फैला था, जबकि कोरोना वायरस पूर्वी मध्य प्रांत हुबेई के वुहान में सीफुड मार्केट से फैला।
कोरोना वायरस बीमारी का प्रसार अब तक करीब 20 देशों में हो चुका है। हालांकि चीन में इसके संक्रमित लोगों की आबादी 99 फीसदी है। चीन में शनिवार (8 फरवरी) को दो विदेशी नागरिकों की इस बीमारी से मौत हुई थी, जिसमें से एक अमेरिकी और दूसरा जापानी नागरिक था।
कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट अब 15 मिनट में आएगी
चीन के तियानजिन यूनिवर्सिटी में कोरोना वायरस की जांच के लिए एक नए टेस्ट विकसित किया गया है, जिसकी जांच रिपोर्ट महज 15 मिनट में आ जाएगी। इससे महामारी का रूप लेती इस बीमारी के संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग के समय में बचत होगी।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, तियानजिन यूनिवर्सिटी ने बीजिंग बायोटेक कंपनी के साथ मिलकर इस जांच किट का विकास किया है। इस जांच किट का फिलहाल क्लीनिकल ट्रायल किया जा रहा है और इसके बाद इसे मंजूरी के लिए स्वास्थ्य नियामक को भेजा जाएगा।
इससे पहले चीनी स्वास्थ्य नियामक संगठन नेशनल मेडिकल प्रोडक्ट्स एडमिनिस्ट्रेशन (एनएमपीए) ने सनसुरे बायोटेक द्वारा विकसित किट को मंजूरी दी थी, जिससे संदिग्ध मरीजों की जांच के समय में कमी आई। इस किट से 3० मिनट में जांच रिपोर्ट हासिल किया जा सकता है।
एनएमपीए ने पिछले माह 26 जनवरी को चार जांच किट को मंजूरी दी थी।