टीम इंडिया को वनडे सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ (India vs New Zealand) लगातार दूसरे मैच में हार का सामना करना पड़ा. इस मैच में दोनों पारियों में 41 ओवर तक मैच एक ही जैसा रहा जहां गेंदबाज बल्लेबाजों पर हावी रहे. लेकिन दोनों ही पारीयों में डेथ ओवर के अंतर से ही फैसला हुआ. इस फर्क को बनाने में न्यूजीलैंड के काइल जेमिसन (Kyle Jamieson) की अहम भूमिका रही.
जेमिसन ने पहले न्यूजीलैंड के अंतिम ओवरों में रॉस टेलर के साथ 24 गेंदों में एक चौके और दो छक्के सहित नाबाद 25 रन बनाए, जिसकी वजह से 41 ओवरों में 196/7 के स्कोर के बाद टीम अपनी पारी की अंत 273 के स्कोर से कर सकी. जेमिसन ने टेलर के साथ 76 रन की साझेदारी की और उसके बाद गेंदबाजी में 9 ओवर में 30 रन देकर 2 अहम विकेट लिए.
मैच के बाद मैन ऑफ द मैच का खिताब पाने के बाद जेमिसन ने कहा, “उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. मैच में काफी उतार चढ़ाव रहे. हमारा इरादा सरल था, हमें खेल को 50 ओवर तक ले जाना था. अगर 230-240 भी बनता तो हम खुश रहते. मैं केवल रॉस के साथ बने रहना चाहता था और अंत तक खेलना चाहता था.
जेमिसन ने पारी के पांचवे ओवर में अपना पहला ओवर फेंका और उसी में अपने करियर का पहला विकेट लेने की उपलब्धि हासिल की. उन्होंने इसके बारे में कहा, “पहले ओवर में विकेट लेने वाला लम्हा बढ़िया रहा है. खुश हूं कि यह खास रिकॉर्ड कम लोगों के पास है.”
जेमिसन न्यूजीलैंड टीम के सबसे लंबे खिलाड़ी भी हैं. वे न्यूजीलैंड के दूसरे ऐसे खिलाड़ी भी बने जिसे डेब्यू मैच में मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला है.
यह भी अनोखा संयोग है कि 41 ओवर के बाद टीम इंडिया के का स्कोर 197/7 था. इस आंकडे के अनुसार दोनों टीमें यहां तक बराबरी पर थीं, इसके बाद जो काम टेलर- जेमिसन ने न्यूजीलैंड के लिए किया. वही काम टीम इंडिया के लिए रवींद्र जडेजा और नवदीप सैनी ने किया. लेकिन दोनों ही अंत तक अपना विकेट बचा कर नहीं रख सके और टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा.