टीम इंडिया जब हैमिल्टन में हार कर ऑकलैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ (India vs New Zealand) दूसरे वनडे के लिए खेलने उतरी थी, तब उस पर दबाव था. दबाव वापसी का और सीरीज बचाने का. लेकिन टॉस जीतने के बाद भी विराट कोहली (Virat Kohli) की टीम मैच नहीं बचा सकी और सीरीज भी. इस हार के बाद भी विराट ने टीम इंडिया के प्रदर्शन से कुछ सकारात्मक बातें निकाल लीं.
विराट ने मैच के बाद कहा, ” दो अच्छे मैच रहे, फैंस के लिए बहुत अच्छे, जिस तरह से मैच हमने खत्म किया मैं उससे प्रभावित हूं. पहले सत्र में हमने 198-7 से 270+ तक उन्हें पहुंचाने में मदद की, लेकिन दूसरे सत्र में हमने अपनी बैटिंग में वापसी की.”
विराट ने टीम की बैटिंग के बारे में कहा, “हमें बल्लेबाजी में परेशानी हुई, लेकिन सैनी जडेजा बहुत अच्छे खेले. अय्यर भी बढ़िया खेले. इस साल टी20 और टेस्ट के मुकाबले वनडे उतने अहम नहीं हैं, लेकिन हमारे लिए उन खिलाड़ियों के बारे में पता लगना जो दबाव में खेल सकते हैं बड़ी बात है.”
आखिरी मैच के बारे में विराट ने कहा, “हम आखिरी मैच में कुछ बदलाव के बारे में सोच सकते हैं क्योंकि हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है. हम खुल कर खेलेंगे और नतीजे के बारे में ज्यादा नहीं सोचेंगे.”
“यह खिलाड़ियों पर ही है कि वे अंत तक लड़ें. हमने कोई संदेश नहीं भेजा. हम नहीं जानते थे कि सैनी कितनी बढ़िया बल्लेबाजी कर सकते हैं. अगर निचला क्रम इस तरह से अच्छा खेल सकता है तो इससे मध्य क्रम और उच्च क्रम को प्रेरणा मिलती है.”