लखनऊ। सीएए के खिलाफ जगह-जगह हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच लखनऊ के घंटाघर पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को विरोध प्रदर्शन भारी पड़ गया। लखनऊ पुलिस ने धरने पर बैठी महिलाओं को नोटिस जारी करते हुए धरना समाप्त करने की चेतावनी दी है। वहीं इससे पहले बाल कल्याण समिति भी नोटिस जारी कर चुका है।
लखनऊ के घंटाघर पर सीएए के खिलाफ धरना दे रही करीब 80 से 100 महिलाओं को लखनऊ पुलिस ने नोटिस जारी किया है। प्रदर्शनकारी महिलाओं के खिलाफ धारा-144 का उल्लंघन, यातायात बाधित और शांति व्यवस्था में खलल डालने के आरोप में नोटिस जारी किया गया है। साथ ही प्रदर्शनकारी महिलाओं से जल्द से जल्द घंटाघर परिसर खाली करने को कहा गया है, अगर वे ऐसा नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले भी यूपी की न्यायालय बाल कल्याण समिति ने घंटाघर पर सीएए के खिलाफ बैठे प्रदर्शनकारियों को कहा था कि वे धरने में मौजूद बच्चों को वहाँ से तुरंत हटाएँ। इसके लिए अभिभावकों को नोटिस भी जारी किया था। समिति ने नोटिस में अभिवावकों से कहा था कि 18 साल की आयु से कम वाले बच्चों को धरना स्थल से तुरंत हटाया जाए, क्योंकि बच्चों की दिनचर्या में उनके बचपन, शिक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। ऐसा नहीं करने पर अभिवावकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि उत्तर प्रदेश में देश-विरोधी गतिविधियों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा था कि पुरुष घर में रहे रजाई ओढ़ कर सो रहे हैं और उन्होंने जानबूझ कर महिलाओं व बच्चों को सड़क पर बैठने के लिए छोड़ दिया है।