नई दिल्ली। नागरिकता कानून पर प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ-साथ एनडीए के सहयोगी दलों से कहा कि वे नागरिकता कानून पर अपना पक्ष मजबूती से रखें और कानून पर सफाई देने की जरूरत नहीं है. पीएम मोदी ने बजट सत्र में विपक्ष की रणनीति निपटने के लिए बुलाई गई एनडीए घटक दलों की बैठक में ये बातें कहीं. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के आरोपों का मजबूती से जवाब दीजिए.
पीएम मोदी ने कहा, “नागरिकता कानून पर संसद में रक्षात्मक होने की जरूरत नहीं. सीएए से कदम पीछे नहीं हटाएंगे. कानून पर कुछ लोगों ने भ्रम फैलाया है. देश के मुस्लिमों भी बराबर के अधिकार और कर्तव्य हैं.”
बैठक के बाद पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा, “एनडीए परिवार के साथ बैठक शानदार रही. हमारा गठबंधन भारत की विविधता और गतिशीलता का प्रतिनिधित्व करता है. एनडीएन ने जनहित और सुशासन से संबंधित विकास कार्यक्रमों के लिए अभूतपूर्व काम किया है जो लाखों लोगों को सशक्त बना रहे हैं.”
Had an excellent meeting with the NDA family.
Our alliance represents India’s diversity and dynamism. NDA has made a mark for its pro-people and good governance related development programmes that are empowering millions. pic.twitter.com/ab3XuH4sEK
— Narendra Modi (@narendramodi) January 31, 2020
गौरतलब है कि नागरिकता कानून को लेकर पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन जारी है. विपक्ष इस मुद्दे पर संसद में सरकार को घेरना चाहता है. विपक्ष का कहना है कि मोदी सरकार नागरिकता कानून के मुद्दे पर अड़ियल रुख अपनाए हुए है और प्रदर्शनकारियों से वार्ता नहीं कर रही है. पीएम मोदी के बयान से स्पष्ट है कि सरकार भी इस मुद्दे पर विपक्ष से दो-दो हाथ करने को तैयार है.