प्रवीण चक्रवर्ती नाम के एक पादरी, जो कथित तौर पर सिलोम ब्लाइंड सेंटर नामक एक संगठन के प्रमुख है, उसे एक वीडियो में यह स्वीकारते हुए देखा-सुना जा सकता है कि उसने किस तरह से एक पूरे गाँव को ‘ईसाई धर्म’ में परिवर्तित करने की प्रक्रिया में हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियों के सिर पर लात मारी थी।
Filed complaint with Union Home Secretary & FCRA Division (MHA) against 'Sylom Blind Center' represented by its President Mr. Praveen Chakravarthy who indulged Christian Conversions.
Sought cancellation of its FCRA, Freeze Bank Accounts & investigation into his other activities. pic.twitter.com/a03orNAjZs— Legal Rights Protection Forum (@lawinforce) December 5, 2019
हालाँकि, ‘Legal Righs Ptotection Forum’ नाम के NGO ने इस वीडियो को 5 दिसंबर को सोशल मीडिया पर शेयर किया था, लेकिन यह वीडियो आज भी बड़ी तेज़ी के साथ लोगों तक अपनी पहुँच बना रहा है। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि पादरी अपने इस कृत्य को बड़े मज़े से बखान कर रहा है, जिससे पता चलता है कि उसके द्वारा किए गए कृत्य पर उसे बहुत घमंड है।
इस वीडियो में चक्रवर्ती को इस बात का उल्लेख करते हुए देखा-सुना जा सकता है कि कैसे वह एक पूरे गाँव को ईसाई धर्म में परिवर्तित करता है। इस दौरान वो यह भी बताता है कि जब गाँव पूरी तरह से ‘ईसाई गाँव’ में परिवर्तित हो जाता था, तो गाँव के लोग ईसा मसीह को अपने उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार कर लेते थे।
पादरी ने बताया कि जब धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो ग्रामीण “पेड़ और पत्थर की मूर्तियों” को हटा देते हैं। चक्रवर्ती के अनुसार कई अवसरों पर उन्होंने ग्रामीणों के सामने हिन्दू देवताओं की मूर्तियों को लात भी मारी।
महज़ 1 मिनट 03 सेकंड के इस वीडियो में, देवी-देवताओं की मूर्तियों पर लात मारने की बात कहते हुए पादरी ने बताया, “ऐसा कई बार हुआ जब मैंने देवताओं की मूर्तियों के सिर पर लात मारी, ऐसा करके मुझे बेहद ख़ुशी मिली।” साथ ही पादरी ने दावा किया कि उसने अब तक सैकड़ों क्राइस्ट गाँव बनाए हैं और वो अभी भी अपने इस मिशन को जारी रखे हुए है।
ख़बर के अनुसार, वीडियो पोस्ट करने के बाद, Legal Righs Ptotection Forum ने घोषणा की कि उन्होंने पादरी के ख़िलाफ़ केंद्रीय गृह सचिव और FCRA प्रभाग (MHA) में ईसाई धर्मांतरण के सन्दर्भ में शिक़ायत दर्ज़ करवाई है।
शिक़ायत में माँग की गई है कि ईसाई संगठन के FCRA लाइसेंस को रद्द किया जाए, साथ ही इसके बैंक खातों को ज़ब्त किया जाए और इसकी अन्य गतिविधियों की जाँच प्रक्रिया शुरू की जाए।