राहुल गांधी के बयान पर मचा सियासी घमासान
देवेंद्र फडणवीस ने राहुल के बयान को बताया निंदनीय
कहा- गांधी नाम होने से कोई नहीं बनता महात्मा गांधी
मुंबई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सावरकर पर दिए बयान के बाद बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है. अब महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है. फडणवीस ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से दिया गया बयान पूरी तरह से निंदनीय है. राहुल गांधी सावरकर के नाखून के बराबर भी नहीं हैं और खुद को ‘गांधी’ समझने की गलती उन्हें नहीं करनी चाहिए.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि केवल आखरी नाम गांधी होने से कोई महात्मा गांधी नहीं बन जाता है. फडणवीस ने कहा है कि सावरकर ने अपनी जीवन की आहुति मातृभूमि के लिए दी. सब कुछ त्याग किया. उनके खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना, देश के लिए सब कुछ त्याग करने वाले तमाम देशभक्तों का अपमान है. इसके लिए राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए.
इससे पहले विवादित बयानों के चलते चर्चा में रहने वाले केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा था.
गिरिराज सिंह ने कहा था कि राहुल गांधी ने विश्व के आगे भारत को बदनाम किया है. भारत के लिए पाकिस्तान और राहुल गांधी की बातों में कोई अंतर नहीं है. गिरिराज ने कहा है कि राहुल गांधी की हरकतें राष्ट्र विरोधी हैं. साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी खुद की तुलना वीर सावरकर से नहीं कर सकते क्योंकि वह एक देशभक्त थे.
भले ही शिवसेना और बीजेपी की राहें अब अलग हो गई हों लेकिन सावरकर पर राहुल गांधी का बयान शिवसेना को भी रास नहीं आया. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र के नहीं, बल्कि पूरे देश के हैं. सावरकर का सम्मान होना चाहिए. नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए अपना जीवन लगा दिया. ऐसे हर महानायक का सम्मान करने की जरूरत है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि वीर सावरकर पूरे देश के लिए भगवान की तरह हैं, महाराष्ट्र के लिए नहीं. सावरकर के नाम पर आत्मसम्मान है, साथ ही देश को भी गर्व है. नेहरू और गांधी की तरह सावरकर ने भी अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित किया. हमें ऐसे हर भगवान जैसे लोगों का आदर करना चाहिए. इस बात पर हम कोई समझौता नहीं कर सकते.
क्या है राहुल गांधी का बयान?
राहुल गांधी ने यहां रामलीला मैदान में कहा कि कल संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि आप अपने भाषण के लिए माफी मांगिए. लेकिन मैं आपको बता दूं कि मेरा नाम ‘राहुल सावरकर’ नहीं है, मेरा नाम ‘राहुल गांधी’ है. मर जाऊंगा, मगर माफी नहीं मांगूंगा. सच बोलने के लिए मैं माफी नहीं मांगूंगा. कांग्रेस का कोई व्यक्ति माफी नहीं मांगेगा.
राहुल गांधी ने कहा था कि माफी (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी को मांगनी है इस देश से. उनके असिस्टेंट (गृहमंत्री) अमित शाह को देश से माफी मांगनी है, क्योंकि उन्होंने देश को बर्बाद कर दिया है.
क्यों मचा सियासी बवाल?
दरअसल राहुल गांधी का इशारा हिंदूवादी नेता दिवंगत विनायक दामोदर सावरकर द्वारा 14 नवंबर, 1913 को ब्रिटिश सरकार को लिखे गए कथित माफी के पत्र की तरफ था, जिसे उन्होंने अंडमान के सेलुलर जेल में बंद रहने के दौरान लिखा था. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने झारखंड में एक चुनावी रैली के दौरान ‘रेप इन इंडिया’ टिप्पणी की थी, जिस पर भाजपा सदस्यों ने शुक्रवार को संसद में उनसे माफी की मांग की थी। राहुल की इस टिप्पणी को लेकर संसद में काफी हंगाम हुआ था.’