लखनऊ। दिसंबर में होने वाले डिफेंस एक्सपो के लिए गोमती किनारे के करीब 65 हजार पेड़ों के काटे जाने की खबर आने के बाद प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार हरकत में आई है. लखनऊ नगर निगम की ओर से एक सरकारी आदेश के साथ-साथ इस बात को लेकर सफाई जारी की गई कि 65000 पेड़ काटे जाने की बात गलत और तथ्यहीन है.
डिफेंस एक्सपो के लिए कोई पेड़ नहीं काटा जाएगा बल्कि गोमती किनारे छोटे-छोटे पेड़ों को नगर निगम कुछ वक्त के लिए दूसरी जगहों पर शिफ्ट करेगा ताकि डिफेंस एक्सपो में लाई जा रही टैंक और दूसरे आयुधों का प्रदर्शन किया जा सके.
सरकारी गलियारों से लेकर मीडिया में इस बात की चर्चा तेज थी कि सरकार गोमती के किनारे के 65 हजार पेड़ों को काटने जा रही है लेकिन सरकार ने इस बारे में अपनी सफाई जारी की.
सरकार ने कहा कि हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट छोटे-छोटे और सजावटी पेड़ों को ही थोड़े दिनों के लिए शिफ्ट करेगा क्योंकि टैंकों की प्रदर्शनी के लिए चौड़ी पट्टी बनाई जानी है.
नगर निगम छोटे और सजावटी पौधों को वहां से हटाकर शहर की अलग-अलग नर्सरी में रखेगा और जब डिफेंस एक्सपो खत्म होगा तो उसे दोबारा गोमती किनारे रिवर फ्रंट पर वापस लगा दिया जाएगा.
दरअसल, गोमती किनारे और रिवरफ्रंट के पास टैंक राइडिंग के लिए एक चौड़ी पट्टी बनाई जानी है जिस पर टैंकों की प्रदर्शनी लगेगी जो डिफेंस एक्सपो का एक बेहद आकर्षक कार्यक्रम भी होगा.
सरकार का मानना है कि ऐसे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रिवरफ्रंट के किनारे के सजावटी पेड़ों को कुछ वक्त के लिए एलडीए के बताए हुए स्थानों पर या फिर नर्सरीओं में रखा जाएगा जिसे वापस डिफेंस एक्सपो खत्म होने के बाद गोमती के किनारे लगा दिया जाएगा.