लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में एक छात्रा की कथित खुदकुशी मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है. इस मामले में अब योगी आदित्यनाथ सरकार ने कार्रवाई की है. यूपी सरकार ने मैनपुरी के पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय को मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से हटा दिया है.
इस पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस मामले में तत्काल निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद ये कार्रवाई हुई है. प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा कि लड़की के परिजनों का आरोप है कि उसकी हत्या हुई है लेकिन दो महीने से ज्यादा गुजर जाने के बाद भी ना तो इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया और ना ही कोई जांच कर कार्यवाही की गई. उन्होंने कुछ बिंदुओं पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि पंचनामे में शरीर पर चोट के निशान पाए गए थे जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह की चोट की आशंका नहीं जताई गयी थी.
प्रियंका गांधी ने कहा कि लड़की के माता-पिता की गैरमौजूदगी में पुलिस ने लड़की के शव को गैरकानूनी तरीके से जल में प्रवाहित कर दिया. छात्रा के परिवार ने इस घटना को लेकर सवाल उठाए हैं और कानूनी प्रक्रिया शुरू करने की अपील की है. सवाल यह है कि क्या प्रशासन किसी को बचाने की कोशिश कर रहा है? उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई का आदेश दें.
बता दें कि लगभग दो माह पहले मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में एक 17 वर्षीय छात्रा ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. हालांकि, परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया था. कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने भी पिछले दिनों लड़की के परिजनों से मुलाकात की थी.
जिला प्रशासन ने घटना की सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार को खत लिखा था. उसके बाद सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिश केन्द्र को भेज दी थी. फिलहाल राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स इस घटना की तफ्तीश कर रही है.