हैदराबाद। हैदराबाद में डॉक्टर प्रीति रेड्डी (बदला हुआ नाम) रेप और हत्याकांड में पुलिस ने जो रिमांड कॉपी तैयार की है, उसकी एक कॉपी ऑपइंडिया ने भी एक्सेस की है। इस पूरी वारदात से लेकर उसकी जाँच और फिर आरोपितों की धर-पकड़ तक, इसमें पुलिस ने सभी जानकारियाँ एक जगह लिखी हैं। इसमें बताया गया है कि कैसे सूचना मिलने पर जब पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँचे तो उन्होंने पीड़िता की झुलस चुकी लाश बरामद की। पुलिस ने बताया है कि डॉक्टरों को घटनास्थल पर ही बुला कर ‘स्पॉट ऑटोप्सी’ कराई गई। पीड़िता की बहन ने बताया कि रात 9.30 बजे डॉक्टर रेड्डी ने उसे कॉल कर के स्कूटी पंक्चर होने की बात कही थी। उसने अपनी बहन को बताया था कि कुछ लॉरी ड्राइवर उसका पीछा कर रहे हैं और उनमें से एक ने उसकी स्कूटी भी ले ली है।
पीड़िता ने अपनी बहन को जो फोन कॉल किया था, उसमें उन्होंने बताया था कि वो लॉरी ड्राइवरों और उनके साथियों की हरकतों से काफ़ी डरी हुई हैं। पुलिस ने उस बातचीत को रिकॉर्ड कर एक सीडी में सबूत के रूप में डाला। परिजनों ने डॉक्टर रेड्डी की अंडरवियर, एटीएम डेबिट कार्ड, फोटो, चप्पल और पर्स देख कर पीड़िता की पहचान की। दरअसल, पुलिस को भी इस बात की सूचना एक व्यक्ति से मिली थी। वह व्यक्ति अपने खेत में जा रहा था। उसने कुछ जलते देखा तो यह समझ कर नज़रअंदाज़ कर दिया कि किसी ने ठण्ड से बचने के लिए अलाव जलाया है। लेकिन, लौटते वक़्त उसकी नज़र पीड़िता के हाथ पर पड़ी और इसके बाद उसने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस की रिपोर्ट में आरोपितों के नाम एवं उम्र इस प्रकार हैं- मोहम्मद आरिफ (26), जोल्लू शिवा (20), जोल्लू नवीन कुमार (20) और चिन्ताकुट्टा चेन्ना केशवुलु (21)। पहले ख़बरों में सम्भावना जताई जा रही थी कि एक आरोपित नाबालिग है लेकिन पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, चारों बालिग़ हैं। मोहम्मद आरिफ ने पेट्रोल पम्प पर अपनी गाड़ी लगाई और फिर उसने अपने साथियों को खाना खाने के लिए बुलाया। वहाँ उन्होंने अपने साथ व्हिस्की और 2 लीटर थम्स-अप बोतल के साथ खाना-पीना शुरू किया। उसके एक दिन पहले भी वो सभी लॉरी में ही सोए थे।।
आरोपितों के कबूलनामे के अनुसार, शाम को जब वो खा-पी रहे थे, तभी एक युवती आई और उसने अपनी स्कूटी लॉरी की बाईं तरफ़ पार्क की। इसके बाद वो लड़की चली गई। तब नवीन और केशवुलु ने योजना बनाई कि ‘जब वो युवती वापस आएगी, तब वो लोग अपनी यौन इच्छा पूरी करने के लिए उसका इस्तेमाल करेंगे।’ नवीन ने योजना बना कर स्कूटी को पंक्चर कर दिया। आरोपितों ने एक व्हिस्की की बोतल खाली करने के बाद फिर व्हिस्की ख़रीदी और उसे भी आधा खाली कर दिया। जब युवती वापस आई तो मोहम्मद आरिफ ने उसे कहा- “मैडम, लगता है आपका टायर पंक्चर हो गया है।” फिर उसने लड़की को एहसास दिलाया कि वो लोग टायर ठीक करवा देंगे।
प्लान के तहत शिवा को टायर में हवा भरवाने के लिए भेज दिया गया और बाकी आरोपित युवती से बातचीत करते रहे। इसी दौरान उक्त युवती (पीड़िता) ने कहीं फोन कॉल किया। जोल्लू शिवा उस लॉरी में साफ़-सफाई का काम करता था। जब वो टायर लेकर आया, तो उसने बहाना बनाया कि दुकान बंद है। फिर अन्य आरोपितों ने उसे स्कूटी लेकर टायर में हवा डलवाने भेज दिया। जब शिवा वहाँ से स्कूटी लेकर लौटा, तब मोहम्मद आरिफ ने युवती का हाथ पकड़ा और केशवुलु ने उसके पाँवों को जबरन जकड़ लिया। नवीन ने युवती के कमर को पकड़ कर उठा लिया और तीनों मिल कर उसे दीवार के पीछे झाड़ियों में लेकर चले गए।
‘प्रीति रेड्डी’ मदद के लिए बार-बार चिल्ला रही थी। वो जोर-जोर से चीख रही थी। तब मोहम्मद आरिफ ने अपने हाथ से उसका मुँह दबा कर बंद कर दिया। शिवा ने जबरन युवती के कपड़े उतार डाले। वो तब भी लगातार चिल्ला रही थी। ये देख कर नवीन और केशवुलु ने व्हिस्की की बोतल ही पीड़िता के मुँह में उड़ेल दी। आरोपितों ने पीड़िता का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ कर दिया। सबसे पहले केशवुलु ने उसके साथ बलात्कार किया। उसके बाद उसने पीड़िता का पाँव पकड़ा और नवीन ने रेप किया। इसके बाद मोहम्मद आरिफ ने बलात्कार किया। अंत में जोल्लू शिवा ने बलात्कार किया।
गैंगरेप के कारण अत्यधिक ख़ून बहने से पीड़िता होश में नहीं रहीं। जैसा कि आरोपितों ने कबूल किया है, इसके बाद पीड़िता को मार डालने का निर्णय लिया गया। इस को अंजाम देने के लिए मोहम्मद आरिफ ने पीड़िता के मुँह और नाक को तब तक दबाए रखा, जब तक उसकी मृत्यु नहीं हो गई। बाद में उसे चादर में लपेट कर ले जाया गया और जला दिया गया। मोहम्मद आरिफ ने डेड बॉडी पर पेट्रोल डाला, नवीन ने डीजल डाला और शिवा ने आग लगाई। सिम कार्ड और हैंडबैग को भी आग में फेंक दिया गया। इसके बाद आरोपितों ने स्कूटी को कोथूर बस स्टॉप के पास पार्क कर दिया। इसके बाद चारों आरोपित वहाँ से भाग निकले।
आरोपितों ने पीड़िता की घड़ी, हैंडबैग, मोबाइल फोन और पावर बैंक को अपनी लॉरी में डाल दिया। पुलिस को उस पेट्रोल पम्प वर्कर का भी कॉल आया, जिसने दो आरोपितों को देखा था। उसने यह भी बताया कि वो आरोपितों को देखते ही पहचान लेगा। पुलिस ने लॉरी को भी जब्त कर लिया है। यह भी पता चला है कि घटना से पहले उन लोगों की लॉरी ट्रैफिक पुलिस ने पकड़ी भी थी। फ़िलहाल सभी आरोपितों को 14 दिनों की रिमांड पर भेजा गया है।