मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दोपहर में मंत्रालय में अपना पदभार संभाल लिया. उससे पहले उनके चैंबर के बाहर आज सुबह मुख्यमंत्री उद्धव बालासाहेब ठाकरे की नेमप्लेट लगाई गई. सरकार के गठन के साथ ही उद्धव ठाकरे ने बड़ा सियासी कदम उठाया. उन्होंने विधानसभा के मौजूदा प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलंबेकर को हटाने की राजभवन से सिफारिश की. उसके बाद उनकी जगह दिलीप वल्से पाटिल को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया. दिलीप वल्से पाटिल की ही अध्यक्षता में शिवसेना सरकार बहुमत साबित करेगी. कहा जा रहा है कि तीन दिसंबर को विधानसभा में बहुमत परीक्षण होगा. उससे पहले कल से विधानसभा सभा का विशेष सत्र बुलाए जाने का ऐलान किया गया है.
हालांकि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार मे उप मुख्यमंत्री कुर्सी को लेकर कांग्रेस और एनसीपी में खींचतान की खबरें आ रही हैं. दरअसल कांग्रेस भी अपना उपमुख्यमंत्री यानी डिप्टी सीएम बनाना चाहती है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस, स्पीकर की कुर्सी के बदले एनसीपी से डिप्टी स्पीकर का पद मांग रही है. हालांकि पहले सत्ता के बंटवारे के तहत उपमुख्यमंत्री का पद एनसीपी और कांग्रेस को स्पीकर का पद देने पर तीनों पार्टियों के बीच सहमति बनी थी. डिप्टी सीएम के लिए कांग्रेस एक अपने कोटे का एक मंत्रालय भी छोड़ने के लिए तैयार है.
उद्धव बने ठाकरे परिवार के पहले मुख्यमंत्री
उल्लेखनीय है कि उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर गुरुवार को शपथ ग्रहण की. उद्धव ने शिवाजी महाराज को नमन करते हुए मराठी भाषा में शपथ ली. वह ठाकरे परिवार से पहले मुख्यमंत्री हैं. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शाम 6.40 बजे उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. उनके अलावा शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के दो-दो विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली.
शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण समारोह में कारोबारी मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी और बेटे भी मौजूद रहे. इसके आलावा पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मनोहर जोशी, मप्र के सीएम कमलनाथ, कांग्रेस नेता अहमद पटेल, कपिल सिब्बल, पृथ्वीराज चव्हाण, द्रमुक के स्टालिन, टीआर बालू, मनसे के राज ठाकरे ने हिस्सा लिया. इसके अलावा संजय राउत, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार और सुप्रिया सुले भी समारोह में शामिल हुए.