मुंबई। महाराष्ट्र में अचानक बदले राजनीतिक समीकरण के बाद कुछ देर में शरद पवार (Sharad Pawar) की अध्यक्षता में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की बैठक होने वाली है. इस बैठक में विधायकों के आने का सिलसिला जारी है. चौंकाने वाली बात रही कि अजित पवार के खेमे में माने जाने वाले धनंजय मुंडे एनसीपी की बैठक में पहुंचे हैं. विधानसभा चुनाव में एनसीपी के 54 विधायकों ने जीत दर्ज की थी. एनसीपी की बैठक में शामिल होने के लिए 42 विधायक पहुंचे हैं.
दरअसल, आज एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार बागी हो गए और पार्टी के रुख से अलग उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया. जिसके बाद आज सुबह-सुबह देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
चौंकाने वाले इस राजनीतिक घटनाक्रम के बीच शरद पवार ने ट्वीट और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ-साफ कहा कि अजित पवार का फैसला व्यक्तिगत है, फैसला पार्टी का नहीं है. शरद पवार ने कहा कि 10 से 11 विधायक अजित पवार के साथ हैं. बताया जा रहा है कि सुबह अजित पवार के खेमे में रहे एनसीपी के 7 विधायक वापस शरद पवार के खेमे में आ गए हैं.
शरद पवार ने कहा, “महाराष्ट्र में बीजेपी का समर्थन करने वाले एनसीपी विधायकों को यह बात पता होनी चाहिए कि उन पर दल बदल विरोधी कानून लागू होगा.” पवार ने कहा, ‘‘बीजेपी के पास सरकार गठन के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है. हम शिवसेना के नेतृत्व में सरकार चाहते हैं, हम एकजुट हैं.’’
बता दें कि बीजेपी-शिवसेना ने चुनाव पूर्व गठबंधन किया था. बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं. लेकिन शिवसेना ने बीजेपी से मुख्यमंत्री पद साझा करने की मांग की. बीजेपी ने इनकार कर दिया. इसी के साथ तीन दशक पुराना गठबंधन टूट गया. शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन बनाने की कवायद शुरू की. तीनों दलों के बीच सहमति भी बन गई लेकिन आज तड़के मामला पलट गया. फड़णवीस और अजित पवार ने आज सुबह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.