नई दिल्ली। हरियाणा (Haryana Assembly Elections 2019) में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति उत्पन्न होने के बाद दुष्यंत चौटाला की नवगठित जननायक जनता पार्टी (JJP) किंगमेकर बनकर उभरी है. हालांकि 40 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है. कांग्रेस को 31 और जेजेपी को 10 सीटें मिली हैं. अन्य को 9 सीटें मिली हैं. चुनावी नतीजों के बीच सबसे पहले कांग्रेस की तरफ से भूपिंदर सिंह हुड्डा ने अपील करते हुए कहा कि बीजेपी को रोकने के लिए सभी विपक्षी दल कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाएं.
हरियाणा की राजनीति में लगातार बदलते सियासी समीकरण और कश्मकश के बीच सूत्रों के मुताबिक जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला की बीती देर रात बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात हुई. कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी सरकार में दुष्यंत चौटाला को अहम पद मिल सकता है. सूत्रों का ये भी कहना है कि सिरसा के निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा समेत 5 निर्दलीय विधायक भी बीजेपी को समर्थन दे सकते हैं. इस बीच दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमारे 10 विधायकों की दिल्ली में शुक्रवार को बैठक है.
भाजपा के ज्यादातर मंत्री हारे
हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में गुरुवार को 40 सीटों पर जीत दर्ज की है, मगर पार्टी 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के जादुई आंकड़े को छूने में विफल रही. पार्टी ने ‘अबकी बार 75 पार’ का लक्ष्य रखा था.
हुड्डा साबित हुए ‘ओल्ड इज गोल्ड’
हरियाणा विधानसभा चुनाव में 72 वर्षीय भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस के लिए ‘ओल्ड इज गोल्ड साबित हुए. उन्होंने सिर फुटौव्वल की परिस्थितियों से गुजरती कांग्रेस को आखिरी समय में इस कदर खड़ा किया कि वह भाजपा और बहुमत के आंकड़े के बीच आकर खड़ी हो गई.
भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक
इस बीच भाजपा संसदीय बोर्ड ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को हरियाणा और महाराष्ट्र में सरकार बनाने से जुड़े सभी तरह के फैसले लेने के लिए अधिकृत कर दिया है. दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनाने के लिए पार्टी की तरफ से अमित शाह ही ऑब्जर्वर नियुक्त करेंगे. सूत्रों के मुताबिक हरियाणा और महाराष्ट्र में क्रमश: मनोहर लाल खट्टर और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में फिर से सरकार बनाने का फैसला किया गया है.