नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कॉन्ग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी अब महाराष्ट्र और हरियाणा के बाद पंजाब में भी कॉन्ग्रेस को संभालने में नाकाम रही हैं। नवजोत सिंह सिद्धू कुछ दिनों पहले तक कॉन्ग्रेस के लिए काफ़ी मुखर रहे थे और कॉन्ग्रेस की सभाओं के लिए सबसे ज्यादा उनकी ही माँग होती थी। लेकिन, पिछले वर्ष अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे के बाद सिद्धू दम्पति की छवि काफ़ी ख़राब हो गई थी क्योंकि जिस दशहरा के कार्यक्रम में ये घटना हुई थी, उसमे नवजोत कौर ही मुख्य अतिथि थीं लेकिन इस घटना के बाद वो निकल गई थीं। अब उनके करीबियों ने कहा है कि वह बतौर सामाजिक कार्यकर्ता पंजाब की सेवा करेंगी।
पंजाब में लोकसभा चुनाव के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टेन अमरिंदर सिंह के बीच काफ़ी खींचतान देखने को मिली थी। कैप्टेन अमरिंदर सिंह के सामने सिद्धू की एक न चली और उन्हें मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद यह भी ख़बर आई थी कि ज्यादा बोलने के कारण सिद्धू की आवाज़ जा सकती है, इसीलिए उन्हें डॉक्टर ने कम बोलने की सलाह दी है और उनका इलाज चल रहा है। नवजोत सिंह सिद्धू इसके बाद वैष्णोदेवी चले गए थे। कहा जा रहा था कि वह अब अध्यात्म की तरफ रुख कर रहे हैं।
अभी हाल ही में अमृतसर हादसे की बरसी पर पंजाब सरकार से गुस्साए 59 मृतकों के परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। हादसे के दौरान सिद्धू दम्पति ने भी कई बड़े-बड़े वादे करते हुए कहा था कि वे पीड़ित परिवारों को गोद लेंगे, घायलों का इलाज करवाएँगे और मृतकों के परिजनों के लिए नौकरी की व्यवस्था करेंगे। हालाँकि, तब सिद्धू के मंत्री रहते भी यह सब नहीं हो सका। कुल मिलकर सिद्धू दम्पति की छवि लगातार खराब होती चली गई और पंजाब कॉंग्रेस में भी उन्हें कोई नहीं पूछ रहा था।
#BreakingNews : नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा
कहा तो ये भी जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान नवजोत कौर अमृतसर से टिकट चाहती थीं लेकिन कॉन्ग्रेस ने उन्हें टिकट से मरहूम रखा। इसके बाद से ही वह पार्टी ने नाराज़ चल रही थीं। हालाँकि, नवजोत सिंह सिद्धू ने मंत्रिमंडल से भले ही इस्तीफा दे दिया हो, वो पार्टी में बने हुए हैं। अब सिद्धू दम्पति का अगला राजनीतिक क़दम क्या होगा, ये देखने वाली बात है।