बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने हांगकांग (Hong Kong) में आजादी के लिए विरोध प्रदर्शन करने वालों को सख्त चेतावनी दी है. जिनपिंग ने कहा कि जो कोई भी चीन को विभाजित करने का प्रयास करेगा उसे कुचल दिया जाएगा और उसकी हड्डियां चूर-चूर कर दी जाएगी. चीनी राष्ट्रपति का यह बयान नेपाल दौरे के दौरान आया है. हांगकांग (Hong Kong) में शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जा रही रैलियां रविवार को उग्र हो गई. कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और चीनी सुरक्षाबलों के बीच झड़प की खबरें आईं. इस दौरान कई सार्वजनिक वाहनों, दुकानों को नुकसान पहुंचा है.
प्रदर्शनकारियों की उग्रता को देखते हुए रविवार को हांगकांग (Hong Kong) के करीब 27 मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए कम से कम बल का प्रयोग किया गया, लेकिन टेलीविजन पर दिखाए गए वीडियो में इसके उलट हालात प्रस्तुत किए गए. टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित वीडियो में दिखाया गया है कि सुरक्षाबल बलों के बल प्रयोग से प्रदर्शनकारियों में चीख-पुकार मची है. प्रदर्शनकारियों को घसीटकर बुरी तरीके से तितर-बितर किया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रहे दुकानदारों को पुलिस ने जबरन मॉल से बाहर कर दिया. प्रशासन की ओर से बताया गया है कि मोंग कोक पुलिस स्टेशन (Mong Kok police) पर प्रदर्शनकारियों ने पेट्रोल बम फेंका और एक पुलिस ऑफिसर की गर्दन पर हमला करके उसपर घाव बना दिया गया है. प्रदर्शकारियों में ज्यादातर युवा हैं. शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने अपने बयान में इन प्रदर्शनकारियों का जिक्र नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि उनका बयान इन्हीं के लिए है.
लोकतंत्र की मांग करने वाले 10 हजार लोगों को चीन ने दी थी मौत
चीन में विरोध प्रदर्शन करने वालों के साथ पहले भी क्रूरता होती रही है. ब्रिटिश पुरालेख के मुताबिक साल 1989 में चीन के युवा लोकतंत्र की मांग को लेकर बड़ा प्रदर्शन कर रहे थे. इस बात से नाराज तत्कालीन चीनी सरकार ने थियानमेन चौक पर 5 जून 1989 को 10 हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को खड़ा करके तोप से उड़ा दिया था. अपने ही नागरिकों की इतने बड़े पैमाने पर हत्या के बाद से चीन में कभी भी कोई बड़ा आंदोलन नहीं हुआ. यहां की वाम सरकार जब चाहे जो आदेश लागू कर देती है.