भारत में क्रिकेट की प्रमुख संस्था भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के चुनाव नजदीक आने के साथ ही उसमें बड़े बदालाव की आहटें भी सुनाई देने लगी है. इन चुनावों में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का आम सहमति से अध्यक्ष बनना तय हो गया है. सौरव का इस पद के लिए चुना जाना क्रिकेट प्रशासन जगत में कोई हैरानी की बात नहीं है. गांगुली सहित अध्यक्ष पद की दौड़ में तीन नाम शामिल थे, लेकिन बताया जा रहा है कि अंत में गांगुली के नाम पर सहमति बनी.
हाल ही में कैब अध्यक्ष चुने गए थे गांगुली
गांगुली अभी बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं और वे बीसीसीआई के कामकाज से अच्छी तरह से वाकिफ भी हैं. सौरव पिछले महीने के आखिरी सप्ताह में ही दोबाराबंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष चुने गए थे. उस समय उन्होंने निर्विरोध चुना गया था. है. वे गांगुली जुलाई 2020 तक सीएबी (CAB) के अध्यक्ष रहते लेकिन अब वे बीसीसीआई अध्यक्ष चुना जा रहा है.
पहले गांगुली नहीं पर दौड़ में आगे
रविवार को गांगुली के अलावा ब्रजेश पटेल और जय शाह भी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल थे लेकिन दिन के अंत में गांगुली ने बाजी जीती. जबकि ब्रजेश पटेल का आईपीएल चेयरमैन बनना तय हुआ है. वहीं अब जय शाह को बीसीसीआई सचिव या कोषाध्यक्ष पद मिल सकता है. कहा जा रहा है कि अध्यक्ष पद की दौड़ में पहले ब्रजेश पटेल आगे थे, लेकिन गांगुली ने जय शाह के अध्यक्ष न बनने पर ही वे कोई अन्य कोई पद लेंगे. गांगुली को आईपीएल चेयरमैन का पद देने का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन सौरव ने रविवर शाम को इसे मना कर दिया.
शनिवार की बैठक बेनतीजा रही
दिल्ली में इससे पहले शनिवार को कई बैठकों का दौर चला. अनुराग ठाकुर, एन श्रीनिवासन, राजीव शुक्ला, निरंजन शाह और अन्य वरिष्ठ सदस्यों ने मुलाकात की, लेकिन उनकी बैठक बेनतीजा रही. इस दौड़ में गांगुली कोई बहुत पीछे नहीं थे, लेकिन बहुत से अधिकारी ब्रजेश पटेल की उम्मीद कर रहे थे. वहीं जय शाह का नाम प्रमुख दावेदारों में तो था, लेकिन वे अध्यक्ष पद की दौड़ में आगे नहीं रहे.
इस समय सीके खन्ना बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष की भूमिका हैं. देश के गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह बीसीसीआई के नए सेक्रेटरी चुने जाएंगे जबकि पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष और अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण धूमल बीसीसीआई कोषाध्क्ष चुने जाएंगे. रविवार को मुंबई में हुए एक इनफॉर्मल डिनर में सभी सदस्यों को बुलाया गया था और देर रात इन सभी नामों पर आम सहमति बन गई.