लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के सोमवार (सितंबर 9, 2019) को रामपुर जाने के कार्यक्रम का कॉन्ग्रेस ने विरोध किया है। मुकदमों से घिरे रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद भू-माफिया आजम खान के बचाव में अखिलेश यादव के आगे आने से कॉन्ग्रेस बेहद नाराज है। अखिलेश यादव के रामपुर जाने से पहले वहाँ पर सपा के कार्यकर्ताओं को जुटाया जा रहा है, जिसकी वजह से कॉन्ग्रेस को रामपुर में दंगा होने की आशंका नजर आ रही है।
कॉन्ग्रेस का मानना है कि अखिलेश यादव के रामपुर जाने से माहौल बिगड़ेगा। कॉन्ग्रेस अल्पसंख्यक सेल के उपाध्यक्ष फैसल खान लाला ने इस बाबत सूबे की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को एक पत्र लिखकर अखिलेश पर दंगा कराने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने आरोप लगया है कि अखिलेश यादव के इस दौरे से रामपुर सहित पूरे प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की साजिश है।
फैसल खान ने अपने पत्र में लिखा है कि आजम खान के खिलाफ कई संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज है। उनके खिलाफ कुल 80 मुकदमे दर्ज हैं। आजम खान के खिलाफ ना सिर्फ जमीन का बल्कि लूट, चोरी, डकैती, गैर इरादतन हत्या, भड़काऊ भाषण, हिंसा फैलाना, किसान और बेसहारा लोगों की जमीन पर कब्जा करने जैसे मामले दर्ज हैं। आजम खान के विश्वविद्यालय से पुलिस ने चोरी का सामान भी बरामद किया है और उन्हें भू-माफिया भी घोषित किया है।
उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता फैसल खान लाला ने अखिलेश यादव पर दंगा कराने की साजिश का आरोप लगाया है.#AkhileshYadav
फैसल खान ने आगे लिखा है कि इन सब के बाद भी अखिलेश यादव 9 सितंबर को आजम खान का समर्थन करने के लिए रामपुर पहुँच रहे हैं और मोहर्रम के दिन यहाँ का माहौल खराब करना चाहते हैं। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सपा, आजम खान के बहाने पूरे प्रदेश में दंगा कराना चाहती है। ऐसे में अगर अखिलेश यादव रामपुर आते हैं तो वह पीड़ित परिवारों के साथ उनका विरोध करेंगे। फैसल खान का कहना है कि अगर आजम खान सही हैं तो सड़क पर लड़ने की बजाए वह कानून का सहारा लें और कोर्ट में आरोपों का जवाब दें।
बता दें कि, पुलिस ने हाल ही में रामपुर पुलिस ने आजम खान के खिलाफ समन जारी किया था और फिर उनके रामपुर स्थित आवास पर वारंट भी चिपकाया गया है। वहीं, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव आजम खान के पक्ष में खड़े हैं। उनका कहना है कि आजम खान पर गलत तरीके से केस दर्ज किए गए हैं। इसलिए अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने आजम खान पर कार्रवाई के खिलाफ अभियान चलाने का ऐलान किया है।