किसी भी सामाजिक मुद्दे पर कंगना रनौत हमेशा ही खुलकर अपनी बात रखने के लिए जानी जाती हैं. ऐसे में अब जहां मुंबई में मैट्रो के निर्माण के लिए धड़ाधड़ पेड़ काटे जा रहे हैं तो कंगना चुप कैसे रहती. इस मुद्दे पर जहां श्रद्धा कपूर सड़कों पर विरोध करती नजर आईं वहीं कंगना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना विरोध जताया है.
कंगना ने कहा कि ऐसे ही उठकर एक दिन पेड़ काट देना, यह बिल्कुल सही नहीं. 3-4 साल की योजना तैयार करके काम करना चाहिए. कंगना ने कहा कि कभी किसी बिल्डिंग को डिमोलिश करते समय, क्या तात्कालिक तौर पर जाकर बुलडोजर चला दिया जाता है. उसमें लोग रह रहे नहीं रहे हैं? पूरा प्रोसीजर फॉलो होता है…
उसी तरह से आरे मिल्क कॉलोनी में जो पेड़ हैं, जो वहां रहने वाले जानवर हैं. उन्हें एक ऐसे ही नष्ट करने की तैयारी चल रही है. आरे मिल्क कॉलोनी में यदि इस तरह से पेड़ों को नष्ट किया जाएगा, तो मुंबई कंक्रीट बंद जंगल बनकर रह जाएगा.
कंगना ये भी कहती हैं कि आरे मिल्क कॉलोनी में पेड़ों के बीच में काफी गैप है. जिसके बीच प्रॉपर प्लांटेशन ड्राइव के तहत सापलिंग्स, पौधे लगाए जा सकते हैं. उनका पुनर्वास किया जा सकता है. हम मेट्रो का इंतजार कर सकते हैं. लेकिन इन पेड़ों को यूं ही नहीं काट सकते.
मुंबई में कंगना रनौत कावेरी कॉलिंग प्रोजेक्ट के तहत मीडिया से मिली थीं. इस प्रोजेक्ट के तहत कंगना ने 42 लाख रुपए डोनेट किए हैं. जिससे पेड़ लगाए जाएंगे. कंगना ने लोगों से आह्वान किया है कि हर कोई एक एक पेड़ जरूर लगाएं. पैसे पेड़ लगाने के लिए डोनेट करें ,ताकि 40% सूखी हुई कावेरी नदी फिर से लहलहा उठे.
उन्होंने इस मौके पर चंद्रयान 2 के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें काफी गर्व होता है कि दुनिया में उनके देश की इमेज इस तरह से बन रही है.