भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के संबंधों में तल्खी के बीच दोनों देशों ने करतारपुर कोरिडोर (Kartarpur Corridor) को लेकर अहम फैसले लिए हैं. इस मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच हुई तीसरे दौरे की बैठक में ये अहम फैसले हुए, जिसके तहत अब करतारपुर कोरिडोर पूरे सालभर खुला रहेगा. साथ ही श्रद्धालु बिना वीजा के करतारपुर साहिब जा सकेंगे. हालांकि इस बैठक में पाकिस्तान द्वारा श्रद्धालुओं पर सेवा शुल्क लगाए जाने के फैसले पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया है, लेकिन पाकिस्तान इस पर अड़ा है.
सूत्रों के अनुसार, खास मौके पर 5 हजार से अधिक श्रद्धालु करतारपुर साहिब जा सकेंगे. साथ ही भारत ने पाकिस्तान से भारत ने विशेष मौकों पर दस हजार श्रद्धालुओं के जाने की मंजूरी मांगी है. यह फैसला भी हुआ है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा तक 4 लेन का हाइवे बनाया जाएगा.
दोनों ओर से सड़कों की अलाइनमेंट के लिए, इमरजेंसी के लिए, वीजा फ्री रखने का फैसला हुआ है और भारतीय विदेशी नागरिकता (ओसीआई) कार्ड होल्डर भी यात्रा कर सकेंगे.
यह तय हुआ है कि रावी दरिया पर दोनों ओर पुल बनाया जाएगा. क्रॉसिंग प्वाइंट के लिए फिलहाल सर्विस लेन बनाई जाएगी.
भारत की तरफ से पिछली बैठकों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाया गया और उन संगठनों के बारे बात की जो श्रद्धालुओं की धार्मिक भावना को भड़का सकते हैं, इस बार भी इस बारे बात की गई है. भारत की तरफ से 19 अक्टूबर तक कॉरिडोर का काम पूरा कर लिया जाएगा, जबकि सितम्बर अंत तक हाईवे पूरा कर लिया जाएगा.