नई दिल्ली/श्रीनगर। जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्ज खत्म हो जाने के बाद से फड़फड़ा रहा पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं रहा है. जम्मू कश्मीर की शांति भंग करने के लिए पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों को नए निर्देश जारी किए हैं.
खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों से कहा है कि वे जम्मू और कश्मीर में अपनी गतिविधियों को तेज कर दें. पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों से कहा है कि वह सुरक्षाबलों पर इस तरह से हमला करें की दुनिया यह समझे कि हमले जनता कर रही है.
पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों से कहा है कि वह खुद इन गतिविधियों में शामिल न हो बल्कि लोगों को विरोध प्रदर्शनों, पत्थरबाजी के लिए उकसाए.
इससे पहले सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि सशस्त्र बल पाकिस्तान से आने वाले किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर की आम जनता के साथ सेना सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
जनरल रावत ने सेमिनार में बोलते हुए कहा कि ‘कश्मीर की आम जनता के साथ सशस्त्र बलों के संबंध 70 और 80 के दशक में बहुत सौहार्दपूर्ण हुआ करते थे.’ उन्होंने कहा, ‘उस वक्त हम आग जनता से बिना बंदूक के मिला करते थे. यह बहुत अच्छा होगा, अगर सेना और आम जनता के बीच उस तरह का सौहार्द फिर से शुरू हो जाए. हम आम जनता के साथ अच्छे संबंध रखेंगे.’
जनरल रावत ने कहा कि देश को बयान बाजियों से डरने की जरूरत नहीं है. हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद अब कश्मीर में पुलवामा जैसा हमला फिर से हो सकता है. रावत ने कहा, ‘हम हमेशा सतर्क रहते हैं और किसी भी तरह की घटना के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. ऐसे बयानों से चिंता करने की कोई बात नहीं है.’