रामपुर। जमीनी घोटाले की जांच के लिए जौहर यूनिवर्सिटी में पुलिस ने छापेमारी की. जानकारी के मुताबिक, पुलिस यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरी में पहुंची, जहां उन्होंने छापेमारी शुरू की. आपको बता दें कि रामपुर के 26 किसानों ने जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर आजम खान पर जबरन उनकी भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाया, जिसके बाद यूपी सरकार ने इस पूरे मामले पर सख्त कार्रवाई शुरू की.
जौहर यूनिवर्सिटी के खिलाफ राज्य प्रशासन ने कई मामले दर्ज किए. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, मदरसा आलिया की किताबों की गुमशुदगी को लेकर यह छापेमारी की गई. जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर बने मुमताज सेंट्रल लाइब्रेरी में सीओ समेत पुलिस अधिकारी जांच कर रहे हैं.
हाल ही में रामपुर के एडीएम ने यूनिवर्सिटी के अंदर से गुजर रही सड़क से अनाधिकृत कब्जा हटाने को कहा था. वहीं एक अदालत ने यूनिवर्सिटी की सात एकड़ जमीन के पट्टे को रद्द कर दिया था. इसके अलावा प्रशासन ने आजम खान को क्षतिपूर्ति के रूप में 3 करोड़ 27 लाख 60 हजार देने को कहा है. आजम खान को कब्जा मुक्त होने तक 9,10,000 प्रति माह की दर से लोक निर्माण विभाग को देने का आदेश दिया गया है, जिसको लेकर आजम खान ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसकी सुनवाई कल यानि बुधवार को होगी.