लखनऊ। रायबरेली में उन्नाव की रेप पीड़िता की कार में टक्कर मारने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी. इस संबंध में केंद्र सरकार को औपचारिक पत्र भेज दिया गया है. वहीं, पीड़िता के परिवार ने बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर सहित 10 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. एफआईआर में पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि पीड़िता की सुरक्षा में लगे पुलिस सुरक्षाकर्मियों ने सारी जानकारी जेल में बंद बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के आदमियों तक पहुंचाते थे.
एफआईआर में लगाया ये आरोप
पीड़िता के चाचा के द्वारा दर्ज कराई कराई एफआईआर में उन्होंने आरोप लगाया कि हादसा नहीं बल्कि जान बूझकर किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मियों ने रायबरेली आने के बारे में भी जानकारी दी और यही वजह की हादसे के दिन वह साथ नहीं आए. उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या की नीयत से गाड़ी में ट्रक द्वारा टक्कर मरवाई गई. पीड़िता के चाचा का आरोप है कि टक्कर मारने वाले ट्रक वाले का संबंध कुलदीप सिंह सेंगर और उसके आदमियों से है.
ट्रामा सेंटर के बाहर धरने पर बैठा परिवार
वहीं, लखनऊ के ट्रामा सेंटर जिन्दगी और मौत से लड़ रही पीड़िता के परिजन अब धरने पर बैठ गए हैं. परिजनों की मांग है कि जेल में बंद पीड़िता के चाचा को पैरोल दिया जाए साथ ही उन पर लगे सभी मुकदमे वापस हों. परिवार का आरोप है कि जेल में बंद आरोपी बीजेपी विधायक उनके परिवार को मारना चाहता है. परिवार ने आरोप लगाया कि उन्हें लगातार केस वापस लेने के लिए धमकियां मिल रही हैं.