भोपाल। देश में अली और बजरंगबली पर सियासत और तेज हो गई है. पश्चिम बंगाल से सड़कों पर हनुमान चालीसा पढ़ने की जो सियासत शुरू हुई वह अब देश के कई शहरों में पहुंच चुकी है. उत्तर प्रदेश के शामली, बागपत, अलीगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश के भोपाल और छतरपुर में हनुमान चालीसा पर राजनीति गरमा गई है. इसके साथ ही झारखंड के जमशेदपुर में भी सड़कों पर हनुमान चालीसा पढ़ने का मामला सामने आ चुका है. बता दें कि हिन्दू संगठन मुसलमानों के द्वारा सड़कों पर नमाज पढ़ने के विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. पश्चिम बंगाल में हर मंगलवार को विभिन्न शहरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है.
हनुमान चालीसा पाठ का ताजा मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर से सामने आया है. यहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बस स्टैंड पर हनुमान चालीसा का पाठ किया है. इस पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमें हनुमान चालीसा पाठ करने की आजादी मिलनी चाहिए. कार्यकर्ताओं का कहना है, ”जब विशेष समुदाय के लोग सार्वजनिक स्थानों- रेल, बस ,ट्रक जैसी जगहों पर अपना धार्मिक कार्यक्रम कर सकते है तो हम क्यों नहीं”
यूपी के अलीगढ़ में भी उठा मामला
मुसलमानों के सड़कों पर नमाज अदा करने वाले विरोध में कुछ संगठनों ने अलीगढ़ में सड़कों पर ही प्रत्येक मंगलवार को हनुमान चालीसा के पाठ का फैसला किया है. इसके बाद से अलीगढ़ प्रशासन सकते में है. प्रशासन ने यहां सड़कों पर होने वाली धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. अलीगढ़ के जिलाधिकारी सी.बी. सिंह ने कहा है कि यह प्रतिबंध सड़क पर नमाज पढ़ने वालों पर भी लगा है. हालांकि, ईद जैसे मौकों पर यह प्रतिबंध नहीं रहेगा, क्योंकि तब बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं. उन्होंने कहा कि बिना किसी पूर्व अनुमति के जुमे की नमाज सहित किसी भी धार्मिक गतिविधियों को सड़कों पर आयोजित नहीं करने दिया जाएगा. जिलाधिकारी ने कहा कि हर किसी को उनके धर्म का पालन करने की आजादी है, लेकिन ये आजादी उनके अपने घर पर हैं न कि सड़कों पर.
हाथरस और शामली में हुआ हनुमान चालीसा का पाठ
यूपी के शामली में भी हिन्दू संगठनों ने सड़कों पर हनुमान चालीसा का पाठ किया. पहले हाथरस में हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर नमाज पढ़े जाने के विरोध में सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया. इसके बाद अब शामली में भी हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने सड़क पड़ खड़े होकर हनुमान चालीसा का पाठ किया है. इस कारण यहां सड़कों पर जाम भी देखने को मिला था, लेकिन हिन्दू जागरण मंच के कार्येकर्ताओं ने अपना पाठ जारी रखा.
इशरत जहां के हनुमान चालीसा पाठ पर हुआ था बवाल
सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक मामले की याचिकाकर्ता रहीं इशरत जहां का कहना है कि उनके हिजाब पहनकर हनुमान चालीसा पाठ में भाग लेने पर उन्हें धमकाया गया. हावड़ा में गोलाबाड़ी पुलिस को दी गई शिकायत में इशरत जहां ने कहा कि वे करीबी रिश्तेदार और मकान मालिक के साथ धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिए, इसी वजह से धमकी दी गई. उन्होंने दावा किया कि इस कार्यक्रम के बाद सैकड़ों स्थानीय निवासियों ने उसे घेरा और उसे धमकाया. पुलिस का इस मामले पर कहना है कि वह मामले की पड़ताल कर रही है.