नई दिल्ली। कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के ऊपर पिछले कई दिनों से संकट के बादल मंडरा रहे हैं. थोड़ी देर में कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत पेश होना है. पहले इस पर चर्चा होगी और इसके बाद इस पर वोटिंग होगी. इसमें कुमारस्वामी सरकार को सदन में विश्वास मत हासिल करना है. ऐसे में आज ही यह तय हो जाएगा कि कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार रहेगी या चली जाएगी. इसके लिए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी विधानसभा पहुंच गए हैं.
18 जुलाई 2019, 11:05 बजे
विधानसभा में थोड़ी देर में विश्वास मत पेश होगा. इससे पहले कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने बीजेपी विधायकों से मुलाकात की है. माना जा रहा है कि इस दौरान विश्वास मत की वोटिंग को लेकर रणनीति बनाई गई है. इससे पहले येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी सरकार पर गुरुवार को हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार आज गिर जाएगी. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे 101 फीसदी भरोसा है कि उनका संख्याबल 100 से नीचे है, हम 105 हैं. विश्वास मत नहीं जीत पाएंगे कुमारस्वामी.
18 जुलाई 2019, 10:37 बजे
कर्नाटक विधानसभा में आज सुबह 11 बजे विश्वास मत पेश किया जाएगा. इस पर चर्चा के बाद वोटिंग होगी. इसके लिए विधायक विधानसभा पहुंच रहे हैं. वहीं कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी सरकार पर गुरुवार को हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार आज गिर जाएगी. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे 101 फीसदी भरोसा है कि उनका संख्याबल 100 से नीचे है, हम 105 हैं. विश्वास मत नहीं जीत पाएंगे कुमारस्वामी.
कहा जा रहा है कि विधायक रामालिंगा कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग करेंगे. वहीं बागी विधायक वोटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कर्नाटक के बागी विधायकों की याचिका पर फैसला सुनाया. शीर्ष अदालत ने फैसले में कहा कि विधायकों को सदन की कार्यवाही का हिस्सा बनने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है. अब बागी विधायकों पर व्हिप लागू नहीं होगा और वह सदन की कार्यवाही से दूर रह सकते हैं. सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद कर्नाटक में कांग्रेस व जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) गठबंधन सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. अब गुरुवार को विश्वास मत के दौरान बागी विधायकों के सदन छोड़ने के बाद गठबंधन के पास बहुमत साबित करने के लिए पर्याप्त सदस्य नहीं होंगे.