चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी किसी भी मुद्दे को पूरी तरह समझे बिना कुछ भी कह देने की आदत है. इससे पहले अकाली नेता ने राज्य में नशीले पदार्थों की समस्या पर लगाम कसने में राज्य सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाया था.
हरसिमरत ने सोमवार को सिंह सरकार पर दो साल के शासनकाल के दौरान राज्य में नशीले पदार्थों की समस्या के उन्मूलन में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कहा था कि पंजाब ने ‘नशीले पदार्थों की वजह से सर्वाधिक मौतें’ हुई हैं. उनका यह बयान तब आया जब सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर नशे की समस्या का हल निकालने के लिए एक राष्ट्रीय नीति को बनाने की मांग की.
शिरोमणि अकाली दल के कोटे से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुईं हरसिमरत को मोदी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय दिया गया है. मंगलवार को सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने प्रधानमंत्री को एक राष्ट्रीय नीति बनाने का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि हरसिमरत की टिप्पणी से यह स्पष्ट हो जाता है कि वह मुद्दे से ‘पूरी तरह बेखबर’ हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बादल परिवार ने राज्य सरकार की जो आलोचना की है, वह पंजाब के लोगों विशेषकर युवाओं का विश्वास फिर से जीतने का एक प्रयास है. उन्होंने आरोप लगाया कि शिरोमणि अकाली दल के पूर्व शासनकाल में युवाओं की जिंदगी ‘तबाह’ हो गई और नशीले पदार्थों के माफियों को राज्य में जड़े जमाने दी गई. सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने नशे के तस्करों को जेल के सींखचों के पीछे भिजवाया है. उन्होंने कहा कि हरसिमरत को यह समझे बिना कुछ भी कह देने की आदत है कि उनके शब्दों का क्या अर्थ है या उसके क्या नतीजे हो सकते हैं?