पटना। लोकसभा चुनाव में आरजेडी की करारी हार के बाद पार्टी के ही कुछ लोगों द्वारा तेजस्वी यादव के नेतृत्व सवाल उठाए जाने का तेज प्रताप यादव ने विरोध किया है. तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेज प्रताप ने कहा है कि जिसे तेजस्वी का नेतृत्व पसंद नहीं है वह पार्टी छोड़ सकते है. उन्होंने कहा कि वह अपने भाई के साथ खड़े हैं.
तेज प्रताप यादव ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘आखिर वह (तेजस्वी) क्यों (विपक्ष के नेता पद से) इस्तीफा दें? अगर किसी को उनका नेतृत्व पसंद नहीं है तो वह आरजेडी या महागठबंधन छोड़ सकता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने छोटे भाई के साथ हूं जैसे कृष्ण अपने भाई के साथ थे और हमेशा उसके साथ खड़ा रहूंगा.’’
तेज प्रताप ने कहा कि अगर लालू प्रसाद जेल से बाहर होते तो आरजेडी को इन सबका सामना नहीं करना पड़ता. तेज प्रताप हालांकि आरजेडी की मंगलवार हुई बैठक में हिस्सा नहीं ले सके. चुनाव में मिली हार पर चर्चा के लिये पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर यह बैठक हुई थी. तेज प्रताप ने कहा कि उन्होंने बैठक में शामिल होने को लेकर अपनी
असमर्थता के बारे में पार्टी नेताओं को सूचित कर दिया था. महेश यादव ने कहा था कि तेजस्वी यादव को विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.