नई दिल्ली। दूसरी पारी में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मास्टरस्ट्रोक खेला है. बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवार वालों को शपथग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया है. बीजेपी के इस कदम को पश्चिम बंगाल में पैर पसारने की कोशिश कर रही पार्टी का अहम कदम माना जा रहा है.
30 मई को राष्ट्रपति भवन में नरेंद्र मोदी की दूसरी बार ताजपोशी के लिए बड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. इसके लिए बिम्सटेक देशों के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजा जा गया है. इसके अलावा सभी राजनैतिक दलों के अध्यक्षों, राजनैतिक हस्तियों, देश की अहम शख्सियतों को बुलाया गया है. प्रोटोकॉल के मुताबिक सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, सभी उपमुख्यमंत्री, सांसद भी बुलाए गए हैं. वहीं बड़े बड़े उद्योगपति, फिल्म स्टार, खिलाड़ियों को पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होने का निमंत्रण मिला है.
इन वीआईपी हस्तियों के बीच कुछ वैसे चेहरे भी पीएम के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे, जिनके परिवार के लोगों ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी को आगे बढ़ाने में अपनी जान की कुर्बानी दे दी. बीजेपी ने ऐसे 54 लोगों को शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया है. बीजेपी ने इन सभी कार्यकर्ताओं के परिवार के लोगों को शपथ ग्रहण के कार्यक्रम में विशेष रूप से बुलाया है. जिन कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है दिल्ली में उनके परिवार के लोगों के रहने-ठहरने की सारी व्यवस्था भी पार्टी ने की है.
निमंत्रण सूची पर नजर डालने पर पता चलता है कि 16 जून 2013 से 26 मई 2019 तक जितने कार्यकर्ता राजनीतिक हिंसा के शिकार हुए हैं उनके परिवार वालों को न्योता दिया गया है. बीजेपी के रिकॉर्ड के मुताबिक 16-06-2013 को नृपेन मंडल नाम के कार्यकर्ता की हत्या हुई थी. बीजेपी के मुताबिक टीएमसी के गुंडों ने इनकी हत्या की थी. बीजेपी के रिकॉर्ड के मुताबिक 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भी 2 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. इनके नाम चंदन साव और शांतू घोष है. बीजेपी ने इनके परिवारवालों को भी शपथग्रहण में बुलाया है.