नई दिल्ली। भारत में नरेंद्र मोदी की संभावित विजय का खुमार है, लेकिन पाकिस्तान को एक्जिट पोल के बाद से ही बुखार है। दिल्ली में कल नरेंद्र मोदी की डिनर पार्टी हुई। 23 मई को प्रचंड जीत की उम्मीदों के साथ मोदी के सभी सहयोगी इस डिनर पार्टी में शामिल हुए लेकिन पाकिस्तान की हुकूमत और उसके सरपरस्त आतंकियों की नींद हराम हो गई। एग्जिट पोल के बाद से सरहद पार मोदी के 400 पार के संकेतों से हाहाकार मचा है।
19 मई को जबसे एक्जिट पोल सामने आए हैं तभी से पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर बहस का दौर चल रहा है। पाकिस्तान के कथित जानकारों, रिटायर्ड फौजियों और टीवी चैनलों के एंकरों का केंद्र बिंदु एक ही सवाल पर अटका है कि अब पाकिस्तान का क्या होगा।
19 मई के बाद से गूगल पर पाकिस्तानी सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी को खोज रहे हैं। यानी 23 मई का जितना इंतजार हिंदुस्तान में नहीं है। उससे ज्यादा पाकिस्तानी इस तारीख के खौफ में मरे जा रहे हैं। पाकिस्तान के एक कौने से दूसरे कोने तक सिर्फ और सिर्फ मोदी की चर्चा है। गूगल ट्रेंड के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी को गूगल में सबसे ज्यादा सौ फीसदी बलूचिस्तान में सर्च किया गया।
बलूचिस्तान वो इलाका है जहां पाकिस्तान ने जबरन कब्जा कर रखा है। पाकिस्तानी फौज के जुल्मों के निशान यहां हर घर की दीवारों पर चस्पा हैं। यही वजह है कि एक्जिट पोल में मोदी सरकार की वापसी के इशारे से बलूच्सितान में खुशी की लहर है। वहीं पाकिस्तान के बाकी हिस्से में खौफ पसरा है।