नई दिल्ली। नाथूराम गोडसे को लेकर दिए बयान के बाद बीजेपी के नेता अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील की मुश्किलें बढ़ने लगी है. भारतीय जनता पार्टी ने दोनों नेताओं से इस बारे में जवाब मांगा है. इस बात की जानकारी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर दी.
ट्वीट कर अमित शाह ने कहा, ”पार्टी की अनुशासन समिति ने तीनों नेताओं से जवाब मांगकर उसकी एक रिपोर्ट 10 दिन के अंदर पार्टी को दे, इस तरह की सूचना दी गयी है.” अमित शाह ने तीनों नेताओं के इस बयान को निजी बयान बताया है.
प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को बताया था देशभक्त
गौरतलब है कि मीडिया के सवाल के जवाब में प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. उन्होंने कहा था, ”नाथूराम गोडसे देशभक्त थे… हैं…और रहेंगे, उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबान में झांककर देखें अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा.”
क्या कहा था बीजेपी सांसद ने
वहीं बीजेपी सासंद नलिन ने गुरुवार को कहा, ”गोडसे ने एक को मारा, कसाब ने 72 को मारा, राजीव गांधी ने 17 हजार को मारा. अब आप खुद तय कर लो कि कौन ज्यादा क्रूर है.” नलिन कटील बीजेपी के टिकट पर यहां से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं.
प्रज्ञा ठाकुर को मिला था हेगड़े का साथ
इससे पहले कर्नाटक की उत्तर कन्नड़ सीट से सांसद अनंत कुमार हेगड़े के ट्वीट कर कहा था, ”उन्हें खुशी है कि 70 साल बाद बदले हुए वैचारिक माहौल में गोडसे पर बहस हो रही है. नाथूराम गोडसे को आखिरकार इस बहस से खुशी हुई होगी. यह समय मुखर होने और बयान पर शर्मिंदा न होने का है.”
प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान के बाद विपक्षियों ने पलटवार किया. मामला बढ़ता देख बीजेपी ने खुद को इस बयान से अलग कर लिया. प्रज्ञा ठाकुर के बयान से उलट बीजेपी ने कहा कि हत्यारे को हत्यारे की तरह देखा जाना चाहिए. विवाद बढ़ता देख प्रज्ञा ठाकुर ने भी ट्वीट कर माफी मांग ली.