लखनऊ/रामपुर। रामपुर में चुनाव से पहले शुरू हुई आजम खां और प्रशासनिक अफसरों की तनातनी चुनाव बाद और तीखी हो गई है। आजम खां ने मंगलवार को प्रेसवार्ता करके आरोप लगाया कि प्रशासन मतदान में गड़बड़ी करने और उनकी हत्या कराने का मंसूबा बना रहा है।
उधर, एडीएम प्रशासन और सिटी मजिस्ट्रेट ने एसपी को अपनी सुरक्षा के लिए पत्र लिखकर सनसनी मचा दी है। दोनों अफसरों का दावा है कि उनके घर और दफ्तर की रेकी की जा रही है। उन्हें गठबंधन के प्रत्याशी आजम खां के समर्थकों से खतरा है। डीएम ने इस मामले के संज्ञान में आते ही एसपी को जांच के निर्देश दिए हैं। इस बीच अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता छुट्टी पर चले गए हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं गठबंधन प्रत्याशी आजम खां ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या कराने के मंसूबे से ही उनके शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं। ऐसे हथियारों से कोई फायदा नहीं जो सुरक्षा न कर सकें। इसलिए वह अपना, पत्नी और बेटे का का लाइसेंस बेचना चाहते हैं । उन्होंने इच्छा जताई कि उनकी सुरक्षा भी हटा ली जाए।
उधर, मंगलवार को ही अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता एवं नगर मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है। उनका आरोप है कि कुछ संदिग्ध उनके घर और दफ्तर की रेकी कर रहे हैं। अगर उनके साथ कुछ अनहोनी होती है तो इसके लिए गठबंधन प्रत्याशी आजम खां जिम्मेदार होंगे।
डीएम डीएम आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि दोनों अधिकारियों की शिकायत गंभीर है। उनकी सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही शासन को पूरे मामले से शासन को अवगत कराया जा रहा है। एसपी शिवहरि मीणा ने बताया कि एडीएम का पत्र मिलते ही सुरक्षा बढ़ाने के लिए अफसरों को निर्देश दे दिए गए हैं।