लखनऊ। लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में उत्तर प्रदेश की वीआईपी सीटों पर मतदान होना है. इसमें गोरखपुर पर हर किसी की नज़र है, ये यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ है. सोमवार को यहां महागठबंधन की संयुक्त रैली हुई, बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश ने अपने भाषण में बीजेपी की सरकार पर जमकर निशाना साधा.
बसपा प्रमुख ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी अपनी जाति पिछड़ी बता रहे हैं तो कभी गरीब बता रहे हैं, इतना ही नहीं खुद को फकीर बताने का नाटक भी कर रहे हैं. मायावती ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि उन्हें गालियां पड़ रही हैं, लेकिन ये तो स्वाभाविक है कि जो गाली खाने का काम करता है उसे ही गालियां पड़ती ही हैं. मायावती ने एक बार नरेंद्र मोदी को फर्जी ओबीसी बताया और अखिलेश यादव को असली ओबीसी बताया.
बसपा प्रमुख मायावती ने रैली में अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि इस भीड़ से दिख रहा है नमो वाले जा रहे हैं और जय भीम वाले आ रहे हैं. मायावती ने वादा किया कि केंद्र में उनकी सरकार बनी तो हम खाते में रुपये नहीं बल्कि सरकारी नौकरी दिलवाएंगे.
मोदी के साथ योगी की भी सरकार जाएगी
उन्होंने कहा कि हमें अभी तक के चरणों की बढ़िया रिपोर्ट मिल रही है, इसकी वजह से बीजेपी घबराई हुई है. इनके ढीले, लटके और मुरझाए हुए चेहरे बता रहे हैं कि बीजेपी, पीएम नरेंद्र मोदी और इनके खास चेले अमित शाह को दिख गया है कि इनकी सरकार पूरी तरह से जा रही है. 23 मई से इनके बुरे दिन आने शुरू हो जाएंगे, साथ ही योगी की भी मठ में जाने की तैयारी शुरू हो जाएगी.
धन्नासेठों की चौकीदारी कर रही है सरकार
कांग्रेस को लेकर मायावती ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस अधिक समय तक सत्ता में रही, लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र में कोई काम नहीं किया. कांग्रेस की गलत नीतियों से उनका ये हाल हुआ है, ऐसा ही बीजेपी के साथ इस चुनाव में हो रहा है.
उन्होंने कहा कि इस बार ये चौकीदारी का नाटक कर रहे हैं, लेकिन इस बार जनता इन्हें सत्ता से बाहर कर देगी. मायावती ने कहा कि बीजेपी ने अपना ध्यान सिर्फ धन्नासेठों की चौकीदारी करने में लगाया. यूपी में आवारा पशुओं के कारण फसलों को नुकसान पहुंच रहा है.
बसपा प्रमुख ने कहा कि देश में दलितों का आरक्षण अभी भी अधूरा है, बीजेपी के राज में दलित, मुस्लिमों के साथ शोषण हो रहा है और इनकी हालत लगातार खराब हो रही है. मोदी सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी को जिस प्रकार से बिना तैयारी के लागू किया, उससे गरीबी काफी बढ़ गई है.
मायावती बोलीं कि अभी भी देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं और लगातार देश में आतंकी हमले हो रहे हैं. फिर भी बीजेपी इसे चुनाव में भुनाने में लगी है. चुनाव जीतने के लिए ये पार्टियां साम-दाम-दंड-भेद का इस्तेमाल कर रही हैं.