नई दिल्ली। भाजपा ने नवजोत सिद्धू के बयान पर शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि नरेंद्र मोदी काले हैं तो क्या हुआ, वे गरीबों के रखवाले हैं। इससे पहले सिद्धू ने शुक्रवार को इंदौर में कहा था कि महात्मा गांधी और मौलाना आजाद ने गोरे अंग्रेजों से आजादी दिलाई थी, हम काले अंग्रेजों से मुक्ति दिलाएंगे।
पात्रा ने यह भी कहा- सिद्धू आज कमलनाथ की गोदी में बैठकर मोदी के खिलाफ बोल रहे हैं। सिद्धू ने मोदी और भारतीय नागरिकों को काले अंग्रेज कहा। मोदी जी काले हैं, तो क्या हुआ। वे दिलवाले हैं। मोदी जी काले हैं तो क्या हुआ, हिंदुस्तान के चाहने वाले हैं। उन्होंने मोदी जी का नहीं, हिंदुस्तान का अपमान किया है।
‘इटैलियन रंग 23 तारीख को उतर जाएगा’
पात्रा के मुताबिक- सिद्धू और कांग्रेस पार्टी अपने इटैलियन रंग पर इतना गुमान न कर, चुनाव रिजल्ट के बाद वो भी उतर जाएगा। सिद्धू जी को एंडरसन का और क्वात्रोचि मामा और मिशेल का रंग सही लगता है। सिद्धू जी ने कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को दिखाया है। उन्होंने मोदी जी की घर में खाना बनाने वाली और चूड़ी पहनने वाली नई दुल्हन से तुलना की। यह निंदनीय है।
‘‘सिद्धू ने भारतीय महिलाओं का भी अपमान किया है। उन्हें सोनिया गांधी का इटैलियन रंग अच्छा लगता है, लेकिन भारतीयों को काला अंग्रेज कहते हैं। एक पाकिस्तानी लेखक ने टाइम्स में आर्टिकल लिखकर मोदी जी को डिवाइडर कहा। इसी को राहुल गांधी शेयर करते हैं। मोदी जी ने पाक पर एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक की, जो उनसे सहा नहीं गया। अब पाकिस्तानी लेखक मोदी जी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। वे आर्टिकल लिखने से पहले मोदी जी की योजनाओं का तो अध्ययन कर लेते।’’
‘मोदी अंबानी-अडाणी के बिजनेस मैनेजर’
कांग्रेस के स्टार प्रचारक नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी के पक्ष में जनसभा की थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उस दुल्हन की तरह, जो रोटी कम बेलती है और चूड़ियां ज्यादा खनकाती है। ताकि मोहल्लावालों को पता चले कि वो काम कर रही है। अब तक सरकार में यही हुआ।
‘‘मोदी जी अपनी उपब्धियां बताएं। जिस नाेटबंदी और जीएसटी को वह अपनी उपलब्धि बताते नहीं थकते थे, इस मुद्दे पर इलेक्शन क्यों नहीं लड़ते। मोदी सरकार ने पांच सालों में किसान, युवा, छोटे दुकानदारों से झूठे वादे किए और बड़े उद्योगपतियों के लिए काम किया है। मोदी सरकार ने सरकारी बैंकों को खत्म कर दिया है।’’