रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई, इंडियन टी20 लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन के फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई है. उसने मंगलवार को क्वालिफायर-1 मेजबान चेन्नई को छह विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया. मुंबई (Mumbai Indians) की टीम आईपीएल में तीन बार चैंपियन बन चुकी है. अब उसके पास चौथा खिताब जीतने का मौका है. चेन्नई (Chennai Super Kings) की टीम अभी भी खिताबी रेस में शामिल है. उसके पास क्वालिफायर-2 में खेलने का मौका होगा. क्वालिफायर-2 शुक्रवार को खेला जाएगा. इसमें चेन्नई का मुकाबला एलिमिनेटर (दिल्लीvsहैदराबाद) के विजेता से होगा.
मुंबई और चेन्नई के बीच मंगलवार को आईपीएल-12 (IPL-12) का क्वालिफायर-1 मुकाबला खेला गया. यह मैच चेन्नई के घरेलू मैदान एमए. चिदंबरम स्टेडियम में हुआ. मेजबान चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी ने मैच में टॉस जीता और पहले बैटिंग का निर्णय लिया. उनका यह निर्णय टीम को रास नहीं आया. चेन्नई को शुरुआत से ही झटके लगे और पूरी टीम निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट पर 131 रन ही बना सकी. मुंबई इंडियंस ने इसके जवाब में 18.3 ओवर में चार विकेट पर 132 रन बनाकर मैच जीत लिया.
मुंबई की टीम पांचवीं बार फाइनल में पहुंची है. वह इससे पहले चार बार फाइनल में पहुंची है. इनमें से तीन बार उसे जीत मिली है, जबकि एक बार उसे उपविजेता बनकर संतोष करना पड़ा है. मुंबई इंडियंस ने 2013, 2015 और 2017 में आईपीएल का खिताब जीता है. साल 2010 के फाइनल में उसे चेन्नई के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. चेन्नई की टीम 2010 के अलावा 2011 और 2018 में आईपीएल चैंपियन रह चुकी है.
मुंबई की जीत के हीरो दो युवा खिलाड़ी राहुल चाहर (Rahul Chahar) और सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) रहे. लेग स्पिनर राहुल चाहर ने चेन्नई को 131 के छोटे स्कोर पर रोकने में अहम भूमिका निभाई. चेन्नई ने इस मैच में कुल चार विकेट गंवाए. इनमें से दो विकेट राहुल चाहर ने झटके. 19 साल के राहुल चाहर ने चार ओवर के अपने स्पेल में सिर्फ 14 रन खर्च किए. मुंबई की ओर से दो अन्य विकेट क्रुणाल पांड्या और जयंत यादव ने लिए. चेन्नई की ओर से सबसे अधिक रन अंबाती रायडू (42) ने बनाए. कप्तान एमएस धोनी ने 37, मुरली विजय ने 26 और शेन वाटसन ने 10 रन बनाए.
एमए. चिदंबरम स्टेडियम की पिच खूब टर्न ले रही थी और चेन्नई के पास हरभजन सिंह, इमरान ताहिर और रवींद्र जडेजा के रूप में तीन बेहतरीन स्पिनर थे. इस कारण 131 रन को भी चुनौतीपूर्ण स्कोर माना जा रहा था. लेकिन सूर्यकुमार यादव (71) और ईशान किशन (28) की बेहतरीन बैटिंग की बदौलत मुंबई ने आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया.
मुंबई ने 21 के स्कोर तक कप्तान रोहित शर्मा (4) और क्विंटन डिकॉक (8) के विकेट गंवा दिए थे. सूर्यकुमार और ईशान किशन ने इसके बाद तीसरे विकेट के लिए 80 रन की साझेदार की और अपनी टीम को 100 रन के पार पहुंचा दिया. ईशान किशन 101 के टीम स्कोर पर आउट हुए. इसी स्कोर पर क्रुणाल पांड्या (0) भी आउट हो गए. इसके बाद चेन्नई को और कोई कामयाबी नहीं मिली. सूर्यकुमार और हार्दिक पांड्या (13) ने 31 रन की नाबाद साझेदारी कर अपनी टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया.