इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई और मुंबई की बीच हुआ मैच भले आखिरी तक एक तरफा हो गया हो, लेकिन इस मैच के दौरान कई रोमांचक लम्हे भी आए. इन्हीं में से एक मुंबई की क्रुणाल पांड्या का वह शानदार कैच रहा जो उन्होंने जसप्रीत बुमराह की गेंद पर लिया. मैच के अतिम क्षणों में लिए गए इस कैच ने सबका दिल जीत लिया और इसने परफेक्ट कैच ऑफ द मैच का अवार्ड भी जीत लिया.
मुंबई की गेंदबाजी रहा बड़ा आकर्षण
इस मैच का सबसे बड़ा आकर्षण रोहित शर्मा, इवान लुइस और हार्दिक पांड्या की बल्लेबाजी के अलावा मुंबई की गेंदबाजी ही रही जिसके आगे चेन्नई के सभी धुरंधर फेल होते गए. रोहित शर्मा ने कप्तानी पारी खेलते हुए 48 गेंदों पर 67 रनों की पारी खेल कर सीजन में अपनी पहली हाफ सेंचुरी लगाई. उनके अलावा इवान लुइस ने 32 रन और हार्दिक पांड्या ने 23 रनों की तेज पारीयां खेली जिससे टीम 155 रन के सम्मानजनक स्कोर पर पहुंच सकी.
विकेट गंवाती रही चेन्नई
156 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम शुरू से ही विकेट गंवाती रही. उसके केवल तीन ही बल्लेबाज दहाई के आंकड़़े को छू सके. 17वें ओवर में जब टीम का स्कोर 100 के पार हुआ ही था, तब जसप्रीत बुमराह ने एक तेज बाउंसर फेंकी जिसपर दीपक चाहर ने एक बड़ा शॉट लगाया. गेंद ऊंची उठ कर डीप मिड विकेट बाउंड्री की ओर गई, लेकिन ज्यादा दूर नहीं गई. यहां पर क्रुणाल पांड्या तेजी से आगे दौड़ते हुए आए और डाइव लगा कर शानदार कैच पकड़ लिया.
बन गया परफेक्ट कैच
क्रुणाल के इस कैच को सबने पसंद किया और इसे मैच के बाद परफेक्ट कैच ऑफ द मैच का खिताब मिला. दीपक चाहर का यह विकेट टीम का विकेट था. इसके बाद हरभजन सिंह और मिचेल सैटनर भी एक ओवर से ज्यादा नहीं टिक सके और पूरी टीम 109 रन के स्कोर पर सिमट गई. मुंबई के लिए लसिथ मलिंगा ने चार, जसप्रीत बुमराह और क्रुणाल पांड्या ने दो-दो विकेट लिए.
मुंबई ने किया खुद को बहुत मजबूत
वहीं मुंबई की टीम ने अपने नेट रनरेट में शानदार सुधार करते हुए अंक तालिका में दूसरे स्थान पर कब्जा जमा लिया है. अब उसका नेट रनरेट +0.537 हो गया है. अब नेट रनरेट के मामले में मुंबई से आगे केवल हैदराबाद की टीम है जिसका 10 मैचों में +0.654 रनरेट है, लेकिन उसके 10 मैचों में केवल 10 ही अंक हैं. इस लिहाज से मुबई के प्लेऑफ में न जा पाने की संभावना अब कम हि दिख रही है.
बहुत ही खराब बल्लेबाजी रही चेन्नई की
चेन्नई के सात बल्लेबाज दहाई के आंकड़े को भी नहीं छू सके. मुरली विजय ने सबसे ज्यादा 38 रनों की पारी खेली. उनके बाद मिचेल सैंटनर ने 20 गेंदों पर 22 रन की पारी खेली और ड्वेन ब्रावो ने 17 गेंदों पर 20 रन बनाए. इसके अलावा टीम की 46 रनों से बड़ी हार उसका नेट रनरेट -0.113 पर ले आई है, लेकिन 12 मैचों में 16 अंकों के साथ टीम अब भी टॉप पर कायम है.