रोहित शेखर मर्डर केस में आरोपी पत्नी अपूर्वा तिवारी को क्राइम ब्रांच ने साकेत कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने अपूर्वा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अपूर्वा को चश्मा पहनने की कोर्ट ने इजाजत दे दी. अपूर्वा ने तिहाड़ में अलग बैरक में रहने की गुजारिश कोर्ट से की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया.
बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यपाल एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत की पहेली आखिरकार सुलझ ली गई थी. कातिल के तौर पर घर से जो चेहरा सामने आया है वो कोई और नहीं बल्कि रोहित की उसी पत्नी अपूर्वा शुक्ला तिवारी का था. अपूर्वा की दस महीने पहले ही रोहित की शादी हुई थी.
शराब पीने को लेकर रोहित और अपूर्वा में हुई थी बहस
इस हत्याकांड की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी राजीव रंजन ने कहा था कि 16 अप्रैल को रोहित और अपूर्वा में मारपीट हुई थी. इस दौरान अपूर्वा ने रोहित को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस के मुताबिक एक महिला के साथ शराब पीने को लेकर रोहित और अपूर्वा में बहस हुई थी. हत्या करने के बाद अपूर्वा ने सबूत नष्ट कर दिए थे. यह सब एक-डेढ़ घंटे के भीतर हुआ.
दोनों के बीच हुई हाथापाई, अपूर्वा ने रोहित का दबा दिया गला
पुलिस के मुताबिक, अपूर्वा ने अपराध कबूल कर लिया था. अपूर्वा ने अपने कबूलनामे में कहा था कि वारदात की रात रोहित और उसके के बीच जमकर झगड़ा हुआ था. दोनों बेडरूम में ही झगड़ रहे थे. रोहित शराब के नशे में था. उसने काफी शराब पी रखी थी. धीरे-धीरे उन दोनों का झगड़ा हाथापाई में बदल गया था. अपूर्वा के मुताबिक, उस वक्त दोनों ही एक दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे थे. इसी बीच अपूर्वा के हाथ रोहित के गले तक जा पहुंचे और उसने रोहित को मौत की नींद सुला दिया.
धूमधाम से हुई थी शादी, एक साल में ही होने लगा झगड़ा
12 मई 2018 को रोहित और अपूर्वा शादी के बंधन में बंधे थे. दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में शादी समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें देश के कई बड़े नेता और अधिकारी और जाने-माने लोग शामिल हुए थे. शादी के बाद रोहित की मां उज्जवला बहुत खुश थी, लेकिन एक साल के अंदर ही दोनों के रिश्ते बिगड़ गए. दोनों के मामला इतना बिगड़ गया था कि बात तलाक तक जा पहुंची थी. दोनों के बीच बात होने के बाद यह तय हुआ कि इस पर बातचीत जून महीने में होगी.