नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर तीन चरणों का चुनाव संपन्न हो चुके हैं. 29 अप्रैल को चौथे चरण के लिए वोटिंग होगी. इस सबके बीच उत्तर प्रदेश के वाराणसी की सीट चर्चा का विषय बनी हुई है. आज (शुक्रवार को) ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां से नामांकन दाखिल किया. नामांकन से पहले उन्होंने शहर में रोड शो भी किया. वाराणसी लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी की संभावित उम्मीदवारी को लेकर भी बाजार गर्म रहा. प्रियंका खुद कई मौके पर बोल चुकी थी कि अगर पार्टी कहेगी तो वह यहां से चुनाव लड़ेगी. लेकिन उनके नाम की घोषणा नहीं हुई.
इस सबके बीच गांधी परिवार के करीबी और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने इस बात का खुलासा किया कि वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला खुद प्रियंका गांधी का था.
मीडिया से बात करते हुए पित्रोदा ने कहा, ‘वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला प्रियंका गांधी का था. उनके पास दूसरी जिम्मेदारी है. किसी एक सीट पर ध्यान केंद्रित करने से अच्छा जो जिम्मेदारी उन्हें दी गई है उस पर फोकस करने का उन्होंने सोचा. इसलिए यह निर्णय उनका था और उन्होंने यह निर्णय लिया.’
कई बार मीडिया में खबर आई थी कि प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ने जा रही हैं. लेकिन पार्टी ने गुरुवार को अपने पुराने प्रत्याशी अजय राय पर ही भरोसा जताया और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा. ज्ञात हो कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को लोकसभा चुनाव के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी है.