भोपाल। भोपाल से बीजेपी कैंडिडेट साध्वी प्रज्ञा सिंह की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. मुंबई हमले के शहीद हेमंत करकरे पर दिए उनके बयान को संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है और 24 घंटे में जवाब मांगा है. भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी एवं भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े ने शनिवार को बताया कि उन्होंने इस बयान पर स्वत: संज्ञान लिया है और इस मामले में सहायक निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है.
जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम खाड़े ने कहा कि हमने इस कार्यक्रम के आयोजक एवं उस व्यक्ति के खिलाफ जिसने यह बयान दिया है, के खिलाफ आज नोटिस जारी किया है और उनसे 24 घंटे में जवाब मांगा है.” उन्होंने कहा, “हम सहायक निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट को निर्वाचन आयोग को भेजेंगे.” सुदाम खाड़े ने बताया कि उन्होंने आचार संहिता के दौरान इस कार्यक्रम के आयोजक को कुछ शर्तों पर कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी थी.
बता दें कि 18 अप्रैल की शाम को भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक में साध्वी प्रज्ञा सिंह ने विवादित बयान दिया था. साध्वी प्रज्ञा सिंह ने मुम्बई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे पर जेल में प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने करकरे का सर्वनाश होने का श्राप दिया था. साध्वी प्रज्ञा सिंह के मुताबिक उनके इस बयान के मात्र सवा महीने बाद मुंबई आतंकी हमले में हेमंत करकरे मारे गए थे. 29 सितम्बर, 2008 को मालेगांव में हुये बम धमाकों के मामले में प्रज्ञा आरोपी हैं और तकरीबन 9 साल जेल में रही हैं. इस मामले में वह इन दिनों जमानत पर चल रही हैं.
नोटिस की जानकारी नहीं-प्रज्ञा
इस मामले पर साध्वी प्रज्ञा ने आजतक से कहा कि उन्हें अबतक नोटिस की कोई जानकारी नहीं है, ना ही ऐसा कोई पत्र प्राप्त हुआ है. जब उनसे पूछा गया कि उन्हें मात्र 24 घंटे में आयोग के नोटिस का जवाब देना है तो साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “मैं नियम पर चलने वाली हूं और इसलिए जब प्रचार शुरू किया था तो मैंने बोला था विधिवत कानून के तहत सब होना चाहिए और नोटिस प्राप्त होते ही मैं उसका जवाब दूंगी’