नई दिल्ली। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में घुसकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा पर जूता फेंकने वाले शक्ति भार्गव के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. शक्ति भार्गव बेनामी संपत्ति और अघोषित आय से जुड़ी आयकर विभाग की जांच का सामना कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, शक्ति भार्गव ने 3 बंगले खरीदे थे, जिसके लिए उसने अपने खाते से 11.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. ये बंगले शक्ति भार्गव ने अपनी पत्नी, बच्चे व रिश्तेदार के नाम पर खरीदे थे.
आयकर विभाग सूत्रों के मुताबिक, 2018 में तीन दिन चले सर्च ऑपरेशन के दौरान शक्ति भार्गव के ठिकानों से 28 लाख रुपये कैश और 50 लाख रुपये कीमत की ज्वैलरी बरामद हुई थी. पूछताछ में शक्ति भार्गव 10 करोड़ से ज्यादा रकम की कमाई का स्त्रोत भी नहीं बता पाए थे.
इसके अलावा शक्ति भार्गव की कई कंपनियों के बारे में भी पता चला है. आयकर विभाग को जांच में पता चला था कि भार्गव से जुड़ी आठ कंपनियों की जानकारी आयकर विभाग या दूसरी किसी सरकारी एजेंसी को नहीं दी गई थी. यानी गुपचुप तरीके से ऐसी कंपनियां चलाई जा रही थीं, जिनका संबंध शक्ति भार्गव से था.
एक जानकारी ये भी सामने आई है कि शक्ति भार्गव ने जो 3 बंगले खरीदे थे, उस संबंध में भार्गव के परिजनों ने ही उनके खिलाफ प्रताड़ना का केस दर्ज कराया था.
वहीं, शक्ति भार्गव ने सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के खिलाफ एक याचिका भी दायर की थी, जिसे रद्द करते हुए कोर्ट ने सीबीआई को शक्ति भार्गव के खिलाफ केस कर जांच करने के आदेश दिए थे.
शक्ति भार्गव के खिलाफ ये तमाम गंभीर आरोप इसलिए भी चौंकाने वाले हैं, क्योंकि उनके फेसबुक प्रोफाइल से जिस तरीके की जानकारियां मिली हैं, उसमें वो खुद को एक व्हिसल ब्लोअर की तरह पेश कर रहे हैं. साथ ही सरकार की नीतियों को लेकर भी शक्ति भार्गव ने नाराजगी जाहिर की है. यानी सरकार की आलोचना करने वाले शक्ति भार्गव खुद आयकर विभाग की जांच का सामना कर रहे हैं.