कंगना रनौत और राजकुमार राव की अपकमिंग फिल्म ‘मेंटल है क्या’ का नया पोस्टर आज रिलीज किया गया है. पोस्टर सामने आते ही इसका विरोध शुरू हो गया है. फिल्म के नए पोस्टर में कंगना और राजकुमार अपनी जुबान पर ब्लेड रखकर नजर आ रहे हैं. पोस्टर सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे ट्रोल करना शुरू कर दिया है. कई लोगों ने इसे चीप गिमिक कहा तो कई लोगों ने इसे युवाओं के लिए हानिकारक बताया.
फिल्मक्रिटिक इंद्र मोहन पनु का कहना है कि फिल्म ‘मेंटल है क्या’ टाइटल के हिसाब से पोस्टर में दोनों के चेहरे, हाव भाव, उनकी मानसिक हालत दिखा रहे हैं. लेकिन पोस्टर के ऊपर जो ब्लेड का इस्तेमाल किया गया है वो मुझे सही नहीं लग रहा है, क्योंकि ब्लेड एक खतरनाक चीज है. कहीं भी लग जाये स्पेशली ज़ुबान पर लग जाये तो आदमी का बोलने का स्टाइल बदल सकता है.
इंद्र मोहन आगे कहते हैं कि आज के टाइम का ट्रेंड है कि पोस्टर के जरिये, लोगों में क्यूरो सिटी जगाना. लोग उसे देखते है, उसके बारे में बातें करते हैं तो ब्लेड इस्तेमाल करके वो ऐसा माहौल बनाया गया है लेकिन ब्लेड रखने का काम सही नहीं है क्योंकि आज का यूथ इन सब चीज़ों की नकल बहुत करता है. इस बारे में साइकेट्रिस्ट हरीश शेट्टी का भी यही मानना है कि ऐसे पोस्टर शॉक वैल्यू क्रिएट करने के लिए बनाए जाते हैं लेकिन इसका लोगों पर बुरा असर पड़ सकता है.
डॉक्टर हरीश ने कहा कि पोस्टर बिल्कुल वाहियात है, टाइटल भी बहुत खराब है क्योंकि इससे मेन्टल इलनेस का स्टिग्मा बढ़ता है और इस ब्लेड वाले पोस्टर के अलावा भी कुछ और पोस्टर आये थे जहां चॉपर से एप्पल काटते हैं और उससे खून आता है. ऐसे पोस्टर प्रोवोकैटिव होते है जो फिल्म बनाते हैं, शॉक करने की इच्छा होती है. लोग ऐसी चीजें कॉपी भी करते हैं, जिससे बहुत नुकसान होगा. वो आगे कहते है कि साथ ही में यह सेक्शन 92 ऑफ द राइट्स ऑफ पर्सन विद डिसएबेलिटी एक्ट को वॉयलेंट करता है.
साइबर एक्सपर्ट, संयोग शेलार कहते हैं कि 2018 से काफी सारे हादसे देखे गए हैं, जैसे बहुत सारे गेम वायरल हो रहे थे और उसे देखते हुए लोगों ने अपनी बॉडी को हार्म करते हैं. ये ज्यादातर यंग ऐज के बच्चे करते हैं. इस तरह की मूवी आती हैं और उसके फॉलोअर भी उतने रहते हैं. मूवी में जो एक्शन होता है उसे देख कर खुद करने की कोशिश करते हैं. ये मूवी में कंगना और राजकुमार राव ने अपने जीभ पर ब्लेड रखा है, ये बहुत खतरनाक है.