लखनऊ। लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग की सख्ती देखते ही बनती है. आयोग इस बार हर किसी पर नज़र बनाए हुए है. सोमवार को EC ने विवादित बयानों के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती के प्रचार करने पर रोक लगा दी है. ये रोक योगी के लिए 72 घंटे और मायावती के लिए 48 घंटे तक जारी रहेगी, ये रोक मंगलवार सुबह 6 बजे से शुरू होगी.
चुनाव आयोग का ये एक्शन काफी सख्त है, इस दौरान दोनों नेता कोई भी चुनावी रैली नहीं कर पाएंगे. इसके अलावा ना ही वह जनता के सामने वोट मांगने के लिए आ सकेंगे. चुनाव आयोग का ये एक्शन कहां-कहां लागू होगा समझिए…
1. कोई चुनावी सभा नहीं कर पाएंगे
2. कोई टीवी इंटरव्यू नहीं दे पाएंगे
3. कोई राजनीतिक ट्वीट नहीं कर पाएंगे
4. सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगे
5. कोई रोड शो नहीं कर पाएंगे
बता दें कि दोनों ही नेता चुनावी रैलियों के अलावा सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहते हैं. योगी आदित्यनाथ तो भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक हैं, जो यूपी के साथ-साथ पूरे देश में प्रचार कर रहे हैं. योगी ना सिर्फ भाषण बल्कि ट्विटर के जरिए भी विपक्षियों पर वार कर रहे थे.
केरल के वायनाड में जब राहुल गांधी के रोड शो में मुस्लिम लीग के झंडे दिखाई दिए थे, तब योगी ने ट्विटर के जरिए ही मुस्लिम लीग के हरे झंडों को देश के लिए वायरस बताया था.
इसके अलावा बसपा प्रमुख मायावती भी अब सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं. मायावती भी चुनावी सभाओं के अलावा ट्विटर के जरिए केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधती हैं. मायावती के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही रहते हैं.
लेकिन अब अगले 72 घंटे तक योगी आदित्यनाथ और 48 घंटे तक मायावती चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे.