अमेठी। केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी आज अमेठी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। इससे पहले स्मृति ईरानी ने बुढ़न माई मंदिर के पास बने पार्टी कार्यालय पर पति जुबिन भाई ईरानी के साथ हवन-पूजन किया। धार्मिक कार्य पूरा हो जाने के बाद ईरानी का काफिला गौरीगंज कस्बे से निकला। इस दौरान स्मृति ईरानी तीन किलोमीटर लंबा रोड शो करेंगी। रोड शो में राज्य के मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं। रोड शो के बाद वो नामांकन दाखिल करेंगी। नामांकन के बाद स्मृति एक जनसभा को भी संबोधित करेंगी।
नामांकन पत्र सौंपने के अवसर पर वीवीआईपी लोगों की उपस्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये हैं। स्मृति ईरानी ने बुधवार को यहां व्यापारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, ”देश को खंडित करने और समाज को विखंडित करने का सपना देखने वालों को अपना समर्थन ना दें। इससे देश कमजोर हो जाएगा।”
उन्होंने कहा, ”मुझे अमेठी ने एक प्रत्याशी नहीं बल्कि दीदी के रूप में सम्मान दिया है। मैं अमेठी की सेवा अपना परम धर्म समझती हूँ। कांग्रेस से आप सबको सावधान रहने की जरूरत है।” स्मृति ने कटाक्ष किया कि आज राहुल गांधी अपने बहनोई राबर्ट वाड्रा को लेकर अमेठी पर्चा भरने आए थे। ”मैंने कल ही पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा था कि दामाद जी यदि अमेठी आ रहे हैं तो अमेठी के किसानों को अपनी जमीन की रक्षा करने के लिए तैयार हो जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार में डूबे व्यक्ति को साथ लेकर चलने वाले और जमानत पर रहने वाले लोग भी सेना की कार्रवाई का हिसाब मांगते हैं। अमेठी को सिंगापुर बनाने की बात यहां के लापता सांसद करते थे। सिंगापुर तो नहीं बनाया लेकिन अपमान खूब किया।’’ स्मृति ईरानी कहा कि राहुल नामांकन भरने आए तो यहां के लोगों से नहीं मिले, पीठ दिखाकर वापस चले गये। वह यहां से जीतने के बाद वायनाड चले गए जबकि ”मैं हारने के बाद भी अमेठी के लोगों की सेवा कर रही हूँ।”
स्मृति ईरानी ने बताया कि वह बृहस्पतिवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। अमेठी में पांचवे चरण में छह मई को मतदान होना है । ईरानी का अमेठी सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सीधा मुकाबला है। राहुल ने बुधवार को ही नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में ईरानी को राहुल के हाथ पराजय का सामना करना पडा था।