जब चेन्नई में धोनी और दिनेश कार्तिक के बीच आईपीएल सीजन12 के अंक तालिका में टॉप पर बने रहने की जंग होनी थी तो सभी की जुबां पर एक ही सवाल था. धोनी के गेंदबाज आंद्रे रसेल को कैसे रोकेंगे. किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि धोनी रसेल को रोकेंगे तो नहीं लेकिन काबू जरूर कर लेंगे. इस मैच में ऐसा ही कुछ हुआ. उम्मीद के मुताबिक रसेल तो खेले बहुत अच्छा खेले लेकिन उनकी टीम को हार से न बचा सकी, लेकिन उसने सबका दिल जरूर जीत लिया.
शुरुआत ही खराब हुई
टॉस हार कर बल्लेबाजी करने उतरी कोलकाता की टीम के लिए क्रिस लिन और सुनील नरेन पर टीम को बढ़िया शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी थी. पहले क्रिस लिन नाकाम हुए और उसके अगले ओवर में अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह ने नरेन को चरमा दे दिया. तीसरे ओवर में चाहर ने नितीश राणा को आउट कराकर कोलकाता की मुश्किलें बढ़ा दीं. स्कोर – तीन विकेट पर 9 रन.
रॉबी और कार्तिक भी रहे नाकाम
रॉबिन उथप्पा और कप्तान दिनेश कार्तिक के पास मौका था लेकिन पांचवे ओवर में रॉबी ने उम्मीद बढ़ाने के बाद अपना विकेट गंवा दिया. वे चाहर की गेंद पर केदार जाधव को कैच दे बैठे. यहां से कार्तिक और शुभमन गिल पारी को बढ़ाने की कोशिश कर ही रहे थे कि इमरान ताहिर ने दोनों को 9वें और 11वें ओवर में आउट कर कोलकाता को संकट डाल दिया.
रसेल के सामने विकेट गिरते रहे
अब जिम्मेदारी रसेल और पीयूष चावला पर थी. रसेल को पारी आखिरी गेंद तक ले जानी थी. 16वें ओवर में पीयूष चावला और फिर कुलदीप के रन आउट से रसेल पर दबाव आ गया. 16 ओवर में कोलकाता का स्कोर 8 विकेट पर 77 रन था. अब रसेल पर दोहरी जिम्मेदारी थी रन बनाने की और ज्यादा से ज्यादा गेंदें खुद खेलने की. 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर रसेल ने एक रन लिया और उसी ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा के आउट होने से रसेल ने फौरन अपनी गलती सुधारी और सिंगल्स लेना बंद कर दिया.
रसेल ने खेली हीरो वाली पारी
आखिरी दो ओवर में रसेल ने बाजी पूरी तरह से अपने हाथ में ले ली. 18वें ओवर में 8 रन, 19वें ओवर में केवल एक छक्का और आखिरी ओवर में 15 रन ठोंक कर रसेल ने टीम का स्कोर 100 के पार कराया और अपनी हाफ सेंचुरी भी पूरी की.
कोलकाता के 108 रनों में से रसेल के अकेले के केवल 50 रन थे. इस छोटे स्कोर को कोलकाता के गेंदबाज डिफेंड तो नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने चेन्नई की पारी 18वें ओवर तक खींचने में कामयाबी जरूर हासिल कर ली. लेकिन टीम के लिए सबसे बढ़िया योगदान आंद्रे रसेल की पारी ही रही जिन्होंने टीम को शर्मनाक स्कोर से बचा लिया.