जम्मू। भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने ‘संकल्प पत्र’ में अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म करने की घोषणा को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। भाजपा के इस ऐलान पर जहां नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर को भारत से अलग होने की चेतावनी दी वहीं पीडीपी नेता महबूबा ने कहा कि इस तरह का कदम उठा तो पूरा देश जलेगा। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म करने के सिवा सरकार के पास कोई और विकल्प नहीं बचा है।
गृहमंत्री ने कहा, ‘यह इसलिए जरूरी है क्योंकि जम्मू एवं कश्मीर के कुछ लोग एक अलग प्रधानमंत्री की मांग कर रहे हैं।’ सिंह ने रणबीर सिंह पुरा में एक चुनावी रैली में कहा, ‘एक नेता कहते हैं कि यदि जम्मू एवं कश्मीर में यही स्थिति जारी रही तो भारत में दो प्रधानमंत्री होंगे। यदि कोई दो प्रधानमंत्रियों के बारे में बात करता है, तो हमारे पास भी अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म करने के सिवा दूसरा विकल्प नहीं है।’ राजनाथ ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्री के रूप में कश्मीर के लोगों से बातचीत करने की अपनी सर्वश्रेष्ठ कोशिश की, लेकिन सारे प्रयास बेकार साबित हुए। उन्होंने कहा, ‘मैं अलगाववादियों से भी बातचीत करने को तैयार था। लेकिन अब बहुत हो चुका।’
उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में केंद्र सरकार की ओर से शांति की पेशकश पर जवाब देने में विफल रहने के बाद अलगाववादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा, ‘बातें हो रही हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलगाववादियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहे हैं। हमने कुछ संगठनों को प्रतिबंधित किया है और मैं कहना चाहता हूं कि अगर जरूरत पड़ी तो उनके खिलाफ और सख्त कदम उठाए जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि केंद्र ने अलगाववादियों तक पहुंचने की कोशिश की और उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया लेकिन उन्होंने इस पर गौर नहीं किया।