जम्मू्/नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में चुनाव प्रचार के दौरान कथित रूप से देश विरोधी बयान देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को चुनाव लड़ने से रोकने लिए दिल्ली हाईकोर्ट में में याचिका दाखिल की गई है. इस याचिका में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर भी बैन लगाने की मांग की गई है. इस याचिका को एडवोकेट संजीव कुमार ने दाखिल किया है. इसमें इन सभी नेताओं पर देशद्रोह और आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की मांग की गई है. याचिका में कहा गया है कि इन नेताओं और इन पार्टियों का देश के संविधान में कोई यकीन नहीं है.
कश्मीर संगठन ने भी बैन लगाने की मांग की
विस्थापित कश्मीरी पंडितों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन पनुन कश्मीर ने सोमवार को चुनाव आयोग से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी के उम्मीदवारों पर रोक लगाने की मांग की क्योंकि वे घाटी में ‘देशद्रोही और अलगाववादी’ अभियान चला रहे हैं. संगठन ने कहा कि नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी द्वारा शुरू किया गया यह अभियान कि जम्मू कश्मीर का भारत में विलय सशर्त था और अनुच्छेद 370 खत्म किये जाने से राज्य का भारत से अलगाव होगा, बेतुका और विद्रोहात्मक है.
पनुन कश्मीर के संयोजक अग्निशखेर ने कहा, ‘नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी ने खुलेआम देशद्रोही और अलगाववादी अभियान शुरू किया है. वे वस्तुत: जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान और अलगाववादी प्रतिष्ठानों के पैरोकार के तौर पर काम कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हम चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि जम्मू कश्मीर में नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी के चुनाव प्रचार के देशद्रोही और अलगाववादी प्रकृति को संज्ञान ले और उनके उम्मीदवारों पर राज्य में चुनाव लड़ने पर रोक लगाए.’
फारुख अब्दुल्ला बोले- 370 खत्म करके दिखाओ
श्रीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अब्दुल्ला ने यहां एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘वे अनुच्छेद 370 समाप्त करने की बात करते हैं. अगर आप ऐसा करते हैं तो यह विलय भी नहीं रहेगा. अल्ला कसम, मुझे यह खुदा की इच्छा लगती है कि हमें उनसे आजादी मिलेगी.’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर अनुच्छेद 370 समाप्त हो जाता है तो कश्मीर में कोई राष्ट्रीय झंडा फहराने वाला नहीं होगा.
उन्होंने कहा, ‘उन्हें करने दीजिए, हम देख लेंगे. मैं देखूंगा कि यहां उनका झंडा फहराने के लिए कौन तैयार है. इसलिए ऐसा मत कीजिए जिससे हमारे दिल टूटें. दिल जोड़ने की कोशिश कीजिए, तोड़ने के लिए नहीं.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा नेतृत्व पर निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘जब आप कोई चुनावी रैली करते हैं तो जम्मू कश्मीर के लिए प्यार के कुछ शब्द बोलिए.’