लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पार्क में लगी बहुजन समाज पार्टी के चुनाव चिन्ह हाथी की मूर्तियों को ढकने का कोई आदेश चुनाव आयोग से जिला प्रशासन को अभी तक नहीं मिला है. हालांकि जिला प्रशासन ने लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद ही चुनाव आयोग से इस बाबत पत्र लिखकर पूछा था.
बता दें कि 2014 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने राजधानी लखनऊ और गौतम बुद्ध नगर में विभिन्न पार्को में लगी हाथी की मूर्तियों को ढकने के आदेश दिये थे. जिसपर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि ‘खुला हाथी लाख का, ढका हाथी सवा लाख का’.
राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल और काशीराम इको पार्क में हाथी की दर्जनों मूर्तियां लगी हैं. इसके अलावा गौतम बुद्ध नगर में भी पार्को में हाथी की मूर्तियां लगी हैं.
जिलाधिकारी ,लखनऊ कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को बातचीत में बताया कि’2014 के लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने पार्को में लगी हाथी की मूर्तियों को ढकवाने का आदेश दिया था और उन्हें ढक भी दिया गया था. इस बार चुनाव आचार संहिता लगने के बाद जिला प्रशासन ने 12 मार्च को मूर्तियों को ढकने के बारे में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पूछा था लेकिन अभी तक चुनाव आयोग से कोई जवाब नहीं आया है.’ उन्होंने बताया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में तो मूर्तियां ढकी गयी थी लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में ऐसा नहीं किया गया था.