लंदन। ब्रिटेन की अदालतों में शुक्रवार को भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या और हीरा कारोबारी नीरव मोदी के मामलों पर सुनवाई होगी. जहां एक अदालत में मजिस्ट्रेट अदालत के प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ माल्या की अपील पर सुनवाई होगी, वहीं दूसरी अदालत भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी.
इससे पहले भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की संयुक्त टीम बुधवार की रात लंदन के लिए रवाना हो गई थी. दी। पंजाब नेशनल बैंक के 13,500 करोड़ रुपये के कर्ज की धोखाधड़ी के मामले में आरोपी नीरव मोदी को पिछले सप्ताह लंदन में गिरफ्तार किया गया था.
ब्रिटेन की न्यायपालिका के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सभी कागजात प्राप्त हो गये हैं और यदि पूर्ण सुनवाई की अनुमति दी जाती है तो अब इन कागजातों के आधार पर एकल न्यायाधीश के आवंटन का इंतजार है, जो इस पर निर्णय लेंगे.’’
हालांकि, न्यायाधीश के लिए इस बात का फैसला करने का कोई समय निर्धारित नहीं है कि ब्रिटेन के उच्च न्यायालय में माल्या की अपील स्वीकृत की जाएगी या नहीं. यह फैसला अगले कुछ हफ्तों के भीतर होने की संभावना है.
एक अदालत अधिकारी ने बताया कि भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के मामले की सुनवाई शुक्रवार को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में होगी. उन्होंने बताया, ‘‘उन्हें उम्मीद है कि 29 मार्च को दूसरी जमानत याचिका की सुनवाई के लिए उसे अदालत में पेश किया जायेगा.’’
इस बीच 48 वर्षीय नीरव मोदी गत बुधवार को जमानत नहीं मिलने के बाद से दक्षिण-पश्चिम लंदन की एचएमपी वेंडसवर्थ जेल में बंद है.
आरोपी कारोबारी ने धोखाधड़ी से पीएनबी से लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट (एफएलसी) के जरिए 13,500 करोड़ रुपए प्राप्त किए थे. नीरव मोदी को 19 मार्च को लंदन में गिरफ्तार किया गया था. जमानत याचिका रद्द होने पर उसे 29 मार्च तक के लिए पुलिस की हिरासत में भेजा गया था.