नई दिल्ली। आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका ने सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है. अमेरिकी सांसदों ने आतंकवादियों के खिलाफ पाकिस्तान से कार्रवाई की मांग करते हुए प्रस्ताव पेश किया है. गुरुवार को अमेरिकी कांग्रेस में सांसद स्कॉट पेरी ने यह प्रस्ताव पेश किया है.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में कांग्रेसी स्कॉट पेरी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव में 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले की भी निंदा की गई. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) ने ली थी.
पेन्सिलवेनिया के रिपब्लिकन कांग्रेसी स्कॉट पेरी ने प्रस्ताव पेश करने के बाद कहा कि बहुत हो गया, अब पाकिस्तानी सरकार को जवाबदेह ठहराने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आतंकियों को जड़ से मिटाने के अमेरिकी प्रयासों के बावजूद पाकिस्तान के पास आतंकवादियों और आतंकवादी सहानुभूति रखने वालों का लंबा इतिहास है.
कांग्रेसी स्कॉट पेरी ने कहा कि आतंकी घटनाओं का खामियाजा निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवाकर देना पड़ता है. इस तरह के हमलों को रोकने की बजाय पाकिस्तान कट्टरपंथियों को गले लगाता है.
बता दें, पुलवामा आतंकी हमले के बाद अमेरिका लगातार पाकिस्तान पर दबाव बना रहा है. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना आतंकी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित कराने की कोशिश कर रहा है.
पिछले दिनों मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने को लेकर यूएनएससी में अमेरिका की ओर से लाए गए प्रस्ताव पर चीन की ओर से वीटो लगाए जाने के बाद अमेरिका फिर से प्रस्ताव लाने की तैयारी में है. इस बीच चीन ने फिर संकेत दिया है कि इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगा. चीन के इस कदम की अमेरिका आलोचना कर रहा है.
इस बीच पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका ने कार्रवाई शुरू कर दी है. अब प्रस्ताव के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने यहां चल रहे आतंकी कैंपों को बंद करें.