पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल ने गुरुवार को यहां कहा कि रविचंद्रन अश्विन जैसे बड़े खिलाड़ी को जोस बटलर को ‘मांकडिंग’ नहीं करना चाहिए था. इस घटना पर क्रिकेट जगत की मिश्रित प्रतिक्रिया रही है.
मदनलाल ने ASSOCHAM के राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन और खेल व्यवसाय पुरस्कार कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘‘अश्विन के स्तर और अंतरराष्ट्रीय करियर को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि उन्होंने सही किया. वह बहुत बड़े खिलाड़ी हैं और ऐसी हरकत काफी छोटी चीज है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘बटलर की जगह अगर विराट कोहली या कोई अन्य भारतीय खिलाड़ी होता तो उसकी काफी आलोचना होती. ऐसी हरकत खेल का हिस्सा नहीं है. अश्विन अपनी जगह सही है लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. ’’
बता दें कि पंजाब ने सोमवार को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में नाटकीय अंदाज में वापसी करते हुए राजस्थान रॉयल्स को 14 रन से हरा दिया था. मैच के 13 वें ओवर में एक नाटकीय घटना देखने को मिला जब अश्विन ने बिना गेंद फेंके ही नॉन स्ट्राइकिंग छोर पर खड़े जोस बटलर को रन आउट करके मांकडिंग विवाद को हवा दे दिया.
क्या है मांकडिंग
मैच में दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज अगर गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने से पहले क्रीज से बाहर निकल आए तो उसे रन आउट करने को मांकडिंग कहते हैं. दरअसल क्रिकेटर वीनू मांकड़ ने सबसे पहले 13 दिसंबर 1947 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बल्लेबाज बिल ब्राउन को इसी तरह रन आउट किया था. हालांकि, मांकड़ ने ब्राउन को आउट करने से पहले चेतावनी भी दी थी.
मांकडिंग पर बहस
भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर को इस बात पर भी ऐतराज है कि इसे मांकडिंग क्यों कहा जाता है. गावस्कर बार-बार कहते आये हैं, ‘‘बिल ब्राउन आउट हुए थे तो इसे मांकडिंग क्यों कहते हैं, ब्राउंड क्यों नहीं?’’