नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चार स्थानों पर एनकाउंटर चल रहे हैं. इनमें होली पर सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए अब तक 5 आतंकी ढेर किए हैं. इनमें बारामूला में 2, बांदीपोरा के हाजिन में 2 और शोपियां में 1 आतंकी मारा गया है. इसमें जैश का टॉप कमांडर अली भाई भी शामिल है.
पहला एनकाउंटर गुरुवार देर रात से शोपियां के रफीपुरा में शुरू हुआ है. इसमें माना जा रहा है कि दो से तीन आतंकी एक घर में छिपे हुए हैं. दोनों ओर से गोलीबारी जारी है. इनकी मौजूदगी की सूचना पर 34 राजस्थान रायफल्स, सीआरपीएफ और एसओजी की टीमों से संयुक्त अभियान चलाया है. सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों ओर से घेरा हुआ है. सुरक्षाबलों ने इनमें से एक आतंकी को ढेर कर दिया है.
तीसरी मुठभेड़ सोपोर के वारपोर में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया है. यह मुठभेड़ बुधवार सुबह से जारी है. इस आतंकी को घेरकर उसे आत्मसमर्पण कराने की कोशिश जारी थी और आतंकी के परिवार को लाकर आतंकी को समर्पण करने का मौका दिया जा रहा था. तभी घेरे के बाहर से आतंकियों ने ग्रेनेड दागा और गोलियां चलाईं. इसमें दो पुलिसकर्मी (एक स्टेशन हाउस अधिकारी (एसएचओ) और उनके सुरक्षा गार्ड) और एक नागरिक घायल हो गए. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “दोनों पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए श्रीनगर शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन आतंकवादियों के खिलाफ अभियान अब भी जारी है.” एहतियात के तौर पर, अधिकारियों ने सोपोर, बंदिपोरा शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया.
चौथी मुठभेड़ कश्मीर के बांदीपोरा के हाजिन में हुई. यहां सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है. बताया जा रहा है कि यहां पाकिस्तानी मूल के दो आतंकी एक मकान में छिपे थे. सुरक्षाबलों ने इस पूरे मकान को ही विस्फोट से उड़ा दिया. इन आतंकियों के तार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े बताए जा रहे हैं. यहां आतंकियों ने दो लोगों को भी बंधक बना लिया था. लेकिन सुरक्षा बलों ने गुरुवार को स्थानीय लोगों की मदद से एक व्यक्ति को छुड़ा लिया है. पुलिस ने बताया कि सुरक्षाबलों ने इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर हाजिन में खोजी अभियान शुरू किया था जिसके बाद आतंकवादियों ने दो लोगों को बंधक बना लिया था.
पुलिस के प्रवक्ता ने मामले की जानकारी देते हुए बताया के सुरक्षाबलों और लोगों की मदद से एक व्यक्ति को मुक्त करा लिया गया है जबकि दूसरे को छुड़ाने की कोशिश की जा रही है. बचाव अभियान को 7 घंटे तक रोक कर रखा गया था. आतंकियों से बातचीत के लिए महिलाओं को अंदर भी भेजा गया था. वरिष्ठ नागरिकों की लोकल कमेटी को अंदर बातचीत के लिए भेजा गया था.